Deoria News: हर जगह पूजे गए भगवान विश्वकर्मा, आयोजित हुए विविध कार्यक्रम
देवरिया जिले में धूमधाम से विश्वकर्मा पूजा मनाया गया। जिले के शहर से लेकर गांवों में विश्वकर्मा पूजा की धूम रही। कई स्थानों पर विविध कार्यक्रम आयोजित हुए। इस दौरान विशेष पूजन- अर्चन करने के बाद लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
देवरिया। जागरण संवाददाता। देवरिया शहर से लेकर गांव तक विश्वकर्मा पूजा शनिवार को धूमधाम से मनाया गया। घर से लेकर प्रतिष्ठानों तक सफाई कर लोगों ने भगवान विश्वकर्मा की पूजा की। इस दौरान लोगों ने अपने वाहनों की धुलाई कर विधि विधान से पूजा की।
यहां किया गया पूजा
शहर के जलकल रोड स्थित नगर पालिका के जल विभाग के कार्यालय में विश्वकर्मा पूजा मनाया गया। यहां विश्वकर्मा भगवान की प्रतिमा रख पूजा अर्चना की गई। यहां नगर पालिका अध्यक्ष अलका सिंह, ईओ रोहित सिंह समेत सभासद गणों ने पूजा अर्चना किया। अंत में प्रसाद वितरण किया गया। बस स्टेशन परिसर की कार्यशाला में रोडवेज की बसों व उपकरणों की पूजा की गई। यहां प्रसाद वितरण किया गया। यहां एआरएम ओपी ओझा ने विधि विधान से पूजा की। यहां दीनानाथ मिश्र, राकेश त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।
रामलीला मैदान स्थित बिजली घर में जेई ने पूजन किया। यहां सभी लाइनमैन व कर्मचारी मौजूद रहे। पीडब्लू डी कार्यालय परिसर में रोलर व मशीनों की पूजा गई। यहां भी अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। इसके अलावा लोहे की प्रमुख दुकानों में सुबह से ही पूजा पाठ किया गया। उधर वाहनों के धुलाई केंद्रों पर सुबह से लेकर शाम तक भीड़ लगी रही। लोगों ने घरों में अपने में वाहनों की पूजा की। कई स्थानों पर एक दिन पूर्व से ही अखंड संकीर्तन आदि का भी आयोजन किया गया। उसकी पूर्णाहुति कर प्रसाद वितरण किया गया। इसके अलावा सलेमपुर, बरहज, भाटपाररानी क्षेत्र में भी विभिन्न आयोजन कर भगवान विश्वकर्मा की पूजा की गई।
रुद्रपुर संवाददाता के अनुसार विश्व के सृजन कर्ता शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा की जयंती नगर व ग्रामीण क्षेत्रों के विश्वकर्मा मंदिर सहित कल कारखाने में धूमधाम से मनाई गई।
नाथ बाबा मंदिर परिसर में अति प्राचीन विश्वकर्मा मंदिर पर भगवान विश्वकर्मा की पूजा विश्वकर्मा समाज किया गया। वहीं उसरा बाजार के औद्योगिक प्रतिष्ठानों में भी पूजन अर्चन किया गया। इस दौरान सांसद कमलेश पासवान, विधायक जयप्रकाश निषाद, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य त्रिगुणायक विश्वकर्मा, शिवानंद विश्वकर्मा, तारकेश्वर विश्वकर्मा आदि मौजूद रहे।