विनोद का दावा, भटनी रेलवे स्टेशन पर चोरी हो गया था बैग व मोबाइल
चार दिन पूर्व भटनी रेलवे स्टेशन के समीप से मिले युवक के शव के मामले में नई बात सामने आ रही है। पुलिस ने जिस युवक के रूप में शव की शिनाख्त की थी, वह मंगलवार की सुबह भटनी थाने लाया गया। पुलिस की पूछताछ में भटनी रेलवे स्टेशन से अपना बैग, मोबाइल, आधार कार्ड चोरी होने का दावा कर रहा है
देवरिया : चार दिन पूर्व भटनी रेलवे स्टेशन के समीप से मिले युवक के शव के मामले में नई बात सामने आ रही है। पुलिस ने जिस युवक के रूप में शव की शिनाख्त की थी, वह मंगलवार की सुबह भटनी थाने लाया गया। पुलिस की पूछताछ में भटनी रेलवे स्टेशन से अपना बैग, मोबाइल, आधार कार्ड चोरी होने का दावा कर रहा है। उधर शव किसका है? इसका पता नहीं चल सका है। हालांकि विनोद के बयान में कुछ झोल दिखाई दे रहा है, जिसके चलते पुलिस अब उसके मोबाइल का काल डिटेल निकालेगी, ताकि पूरी स्थिति स्पष्ट हो सके। उधर पुलिस जल्द ही इस पूरे प्रकरण से रहस्य का पर्दा उठाने का दावा कर रही है।
बता दें कि 15 दिसंबर को लोगों ने 35 वर्षीय एक युवक का शव रेलवे कालोनी के समीप स्थित एक झाड़ी में देखा और सूचना स्टेशन अधीक्षक को दी। भटनी पुलिस पहुंची और पाकेट से मिले आधार कार्ड से उसकी शिनाख्त विनोद कुमार पुत्र ज्ञान ¨सह 763 ग्वाला गली सुभाष नगर बरेली के रूप में की। पुलिस ने विनोद की पत्नी शीला को फोन कर इसकी जानकारी दी तो उसने अपने भाई रवींद्र को तीन लोगों के साथ भटनी भेजा और बताया कि गुरुवार से उसके जीजा गायब हैं। रवींद्र ने अंत्य परीक्षण कराया और शव लेकर चल दिया। वह अयोध्या पहुंचा था, इसी बीच उसके घर मनिकापुर से फोन आया कि तुम्हारे जीजा सही सलामत हैं और ससुराल आए हैं। इसके बाद विनोद को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। भटनी पुलिस मंगलवार को विनोद को लेकर थाने पहुंची और पूछताछ की। उसने बताया कि उसका वास्तविक गांव गोपालगंज जनपद में है। पत्नी से नाराज होकर वह अपने गांव के लिए निकला। भटनी रेलवे स्टेशन पर सोया था, इसी बीच उसका बैग, आधार कार्ड व मोबाइल गायब हो गया। इसके बाद वह गांव जाने की बजाए ससुराल वापस लौट गया। अब यह सवाल उठता है कि जब इसका सामान चोरी हो गया तो गोपालगंज जाने की बजाए वह उतनी दूर मनिकापुर कैसे चला गया? इसके अलावा कई ऐसे ¨बदू हैं, जिसका जवाब विनोद नहीं दे पा रहा है। इस बाबत थानाध्यक्ष ने कहा कि अभी पूछताछ चल रही है। इसमें झोल नजर आ रहा है। पूछताछ पूरा होने तथा मोबाइल काल डिटेल निकलने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। मोबाइल काल डिटेल निकलने से ही यह पता चल पाएगा कि यह भटनी कब आया और कितनी देर रहा।