भूमिगत हुए ब्लाक प्रमुख के करीबी, खोजबीन शुरू
लूट के मामले में वांछित इनामी चंद्रशेखर यादव को शरण देने व कोर्ट में सरेंडर की योजना बनाने के आरोप में घिरे एक ब्लाक प्रमुख के करीबी पुलिस की डर से भूमिगत हो गए हैं। पूछताछ के लिए पुलिस उन्हें खोज रही है। उधर, लुटेरे चंद्रशेखर की तलाश में एक टीम पुरवा गई थी, लेकिन उसके बारे में सुराग नहीं मिला। सरेंडर अर्जी पड़ने के बाद कचहरी परिसर के आस-पास चौकसी बढ़ा दी है
देवरिया : लूट के मामले में वांछित इनामी चंद्रशेखर यादव को शरण देने व कोर्ट में सरेंडर की योजना बनाने के आरोप में घिरे एक ब्लाक प्रमुख के करीबी पुलिस की डर से भूमिगत हो गए हैं। पूछताछ के लिए पुलिस उन्हें खोज रही है। उधर, लुटेरे चंद्रशेखर की तलाश में एक टीम पुरवा गई थी, लेकिन उसके बारे में सुराग नहीं मिला। सरेंडर अर्जी पड़ने के बाद कचहरी परिसर के आस-पास चौकसी बढ़ा दी है।
आर्य समाज गली में स्वर्ण कारोबारी को गोली मारकर लूट की वारदात में वांछित बगहा मठिया निवासी मृत्युंजय ¨सह व पुरवां निवासी चंद्रशेखर यादव एक सप्ताह बाद भी पकड़ से दूर हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए 25-25 हजार का ईनाम घोषित है। चंद्रशेखर ने कोर्ट में सरेंडर की अर्जी दे रखी है। बुधवार दोपहर वह लग्जरी गाड़ी से गुर्गो के साथ कोर्ट में सरेंडर करने कचहरी पहुंचा था। पुलिस की मौजूदगी देख चंद्रशेखर वहां से फरार हो गया। सूत्रों का कहना है कि ब्लाक प्रमुख के करीबी ने चंद्रशेखर के सरेंडर की योजना बनाई थी। कचहरी गेट पर कोतवाल विजय नारायण व प्रमुख के करीबी का आमना-सामना हुआ। कोतवाल ने उनसे कचहरी आने का कारण पूछा, मुकदमे की पैरवी का हवाला देकर ब्लाक प्रमुख के करीबी चलता बने। मामले में सफेदपोश का नाम सामने आने के बाद पुलिस उनकी तलाश शुरू कर दी। कोतवाल ने कहा कि सरेंडर की अर्जी पर पुलिस कचहरी पहुंची तो एक ब्लाक प्रमुख के करीबी गेट से बाहर मिले थे। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है। निर्देश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।