देवरिया में बर्खास्त किए गए तीन फर्जी शिक्षक
देवरिया के बेसिक शिक्षा विभाग ने स्नातक व बीएड के फर्जी शैक्षणिक अभिलेखों पर वर्षों से नौकरी कर रहे तीन शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया।
देवरिया: बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शैक्षणिक अभिलेखों के आधार पर नौकरी करने वाले तीन शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया। तीनों शिक्षकों के बीएड के अंक व प्रमाण-पत्र फर्जी पाए गए।
बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़ा के मामले लगातार उजागर हो रहे हैं। गोरखपुर के थाना खोराबार अंतर्गत रानीडीहा निवासी हीरालाल मौर्य पुत्र स्व. रामदेव मौर्य गौरीबाजार के उच्च माध्यमिक विद्यालय गोपालपुर में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात थे। उन्होंने कूटरचित तरीके से दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से बीएड की फर्जी डिग्री तैयार कर नौकरी हथिया ली। इसी तरह वर्ष 2013 में 29334 सहायक अध्यापक भर्ती के तहत शशिप्रभा पुत्री सुभाष चंद्र आजाद की नियुक्ति हुई थी। वह पूर्व माध्यमिक विद्यालय चरियांव खास गौरीबाजार में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात थीं। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर से स्नातक व बीएड की फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी हासिल की थी। जांच में फर्जी होने की पुष्टि हुई। इसी तरह पूर्व माध्यमिक विद्यालय बरठा बाबू, सलेमपुर में सहायक अध्यापक पद पर तैनात भूपेंद्र कुमार पुत्र गनपति प्रसाद भी स्नातक व बीएड की फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी कर रहे थे। बीएसए प्रकाश नारायण श्रीवास्तव ने बताया कि तीनों शिक्षक फर्जी अभिलेख के आधार पर नौकरी कर रहे थे। जांच में इसकी पुष्टि होने पर बर्खास्त कर दिया गया।