केस दर्ज करने के लिए रुपये मांगने वाला सिपाही लाइन हाजिर
बालू कारोबारी से वर्दीधारियों द्वारा तीन लाख रुपये लूट के मामले में मुकदमा दर्ज कराने के लिए रुपये मांगने वाले आरोपित सिपाही यशोदानंद यादव को पुलिस अधीक्षक ने लाइन हाजिर कर दिया।
देवरिया : बालू कारोबारी से वर्दीधारियों द्वारा तीन लाख रुपये लूट के मामले में मुकदमा दर्ज कराने के लिए रुपये मांगने वाले आरोपित सिपाही यशोदानंद यादव को पुलिस अधीक्षक ने लाइन हाजिर कर दिया। जांच में कुछ और पुलिसकर्मियों के फंसने की आशंका हैं। सात दिनों की पड़ताल में पुलिस के हाथ महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है, जिससे कई जिलों में चलने वाले नेटवर्क का भंडाफोड़ हो सकता है। मामला जाली नोट के कारोबार से भी जुड़ता दिख रहा है।
गोरखपुर के बांसगांव निवासी बालू कारोबारी संजय ¨सह उर्फ सोनू एक सप्ताह पहले भीखमपुर रोड स्थित निकट हनुमान मंदिर निवासी एक व्यक्ति से मिलने गए थे। वह अपने पास बालू खरीदने के लिए तीन लाख रुपये रखे थे। बातचीत के दौरान चार संदिग्ध वर्दीधारी पहुंचे, वे मध्यस्थता कर रहे युवक को थप्पड़ मारकर रुपये लेकर चलते बने। छानबीन के बाद बालू कारोबारी ने वर्दीधारियों द्वारा लूट किए जाने की सूचना कंट्रोल रूम को दी थी। सीओ सिटी वरुण मिश्र मामले की जांच कर रहे हैं। इसमें चार पुलिसकर्मियों की भूमिका संदेह के घेरे में मिली। इसी बीच बालू कारोबारी ने एसपी से मिलकर बयान दर्ज कराया। उसने कहा कि कोतवाली का सिपाही यशोदानंद यादव केस दर्ज कराने के लिए पांच हजार रुपये लिया है। जांच के घेरे में सिपाही की भूमिका भी संदिग्ध मिली। एसपी एन कोलांची ने बुधवार को आरोपित सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया। सिपाही के खिलाफ विभागीय जांच भी बैठा दी गई है। शिकायत के बाद सिपाही यशोदानंद यादव को लाइन हाजिर करने के बाद एसपी के पास उसकी बहाली के लिए एक प्रभावशाली व्यक्ति का फोन भी आया था।
--------
कई तरह का बयान दे रहा बालू कारोबारी
वर्दीधारियों द्वारा लूट की सूचना देने वाला बालू कारोबारी संजय ¨सह सोनू भी संदेह के घेरे में है। घटना के बाद पुलिस व अधिकारियों को दर्ज कराए गए उसके बयान आपस में मेल नहीं खा रहे हैं। वादी द्वारा बताई कहानी में झोल मिल रहे हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि बयान बदलने से जांच प्रभावित हो रही है। घटना के दिन उसके साथ चार लोग थे। जांच के बाद इसका कनेक्शन गोरखपुर, कुशीनगर, बिहार से जुड़ रहा है। बयान दर्ज करने के लिए उसके साथियों से कई बार संपर्क किया गया। उनमें कुछ फोन बंद किए हुए हैं। कुछ लोगों को चिह्नित किया जा चुका है। पुख्ता सबूत मिलने के बाद घटना का पर्दाफाश कर दिया जाएगा। सिपाही यशोदानंद की कई शिकायतें हैं। बालू कारोबारी के साथ हुई घटना में वह संदेह के घेरे में है। जांच चल रही है। आरोपितों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी।
एन कोलांची पुलिस अधीक्षक देवरिया