गिरिजा के चेहरे पर नहीं दिखा कानून का खौफ
बाल गृह बालिका कांड की मुख्य आरोपित पर कानून का खौफ नहीं दिखा। तीन दिन की पुलिस रिमांड पर जब-जब गिरिजा से एसआइटी का सामना हुआ तो उसने बेखौफ होकर हर बात का जवाब दिया।
देवरिया : बाल गृह बालिका कांड की मुख्य आरोपित पर कानून का खौफ नहीं दिखा। तीन दिन की पुलिस रिमांड पर जब-जब गिरिजा से एसआइटी का सामना हुआ तो उसने बेखौफ होकर हर बात का जवाब दिया।
बाल गृह कांड से चर्चा में आई आरोपित गिरिजा त्रिपाठी व उसके परिजनों पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। शनिवार की रात नौ बजे 72 घंटे की पुलिस रिमांड पर लेने के बाद एसआइटी गिरिजा, पति मोहन त्रिपाठी व उसकी बेटी कंचनलता को बाहर लाई। इस दौरान गिरिजा को महिला थाने में रखा गया। कई राउंड पूछताछ की गई। सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के समय गिरिजा हर समय बेखौफ दिखी। एसआइटी के सवालों का जवाब देते समय भी नहीं हिचकी। मंगलवार को एसआइटी दोपहर करीब तीन बजे गिरिजा त्रिपाठी को लेकर गोरखपुर गई, चार घंटे बाद देवरिया वापस लौट आई। इसके बाद गिरिजा को मेडिकल कराने के लिए टीम जिला अस्पताल पहुंची। जिला अस्पताल में पुलिस की गाड़ी से उतरते समय गिरिजा बेफिक्र नजर आई। चेहरे पर तनाव था न ही कानून का खौफ। हंसते हुए इमरजेंसी गई और मेडिकल कराई। मेडिकल की प्रक्रिया पूरी होते ही एसआइटी गिरिजा को लेकर गाड़ी के पास पहुंची। गाड़ी में सवार होने के बाद जब मीडिया के कैमरे गिरिजा की तरफ चमके तो उसके चेहरे पर अजीब हंसी थी। बातों-बातों में भावी विधायक ¨जदाबाद के नारे लगाना उसके मनोभाव को बताने के लिए काफी है।