सीएम के न आने से शहीद के परिजन मायूस
देवरिया : जम्मू-कश्मीर के अखनूर में शहीद सत्य नारायण यादव के घर ब्रह्मभोज में आने का वादा
देवरिया : जम्मू-कश्मीर के अखनूर में शहीद सत्य नारायण यादव के घर ब्रह्मभोज में आने का वादा करने के बाद भी मुख्यमंत्री नहीं आए। मंगलवार को शहीद का ब्रह्मभोज है। मुख्यमंत्री के गांव न आने के चलते शहीद के परिवार के सदस्य काफी मायूस हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री को नहीं आना था तो वादा ही नहीं करते। पंद्रह दिनों तक हम उनकी राह देखते रहे और सोचे की गांव आएंगे तो कुछ शहीद के परिवार का सम्मान हो जाएगा।
सदर कोतवाली के बांसपार बैदा गांव निवासी सत्य नारायण यादव बीएसएफ की 33 वीं बटालियन में एएसआइ के पद पर तैनात थे, वर्तमान में उनकी तैनाती जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर में थी। दो जून की रात पाकिस्तान की तरफ से हुई गोली बारी में वह शहीद हो गए। तीन जून की रात शव गांव पहुंचा और परिजन के साथ ही ग्रामीण भी मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग करने लगे। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री नहीं जब तक आएंगे हम अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। ग्रामीणों का गुस्सा देख पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र ने मुख्यमंत्री को फोन मिलाया और शहीद के परिजनों से बात कराई। मुख्यमंत्री ने खुद शहीद के बेटे शंभू से तीन मिनट तक मोबाइल पर मुख्यमंत्री ने बात की और ब्रह्मभोज तक आने का वादा किया। मुख्यमंत्री के आने का वादा करने के बाद गांव में विकास की गंगा बहाने की तैयारी कर ली गई। घर जाने वाली सड़क का निर्माण शुरू हो गया, स्कूल की रंगाई-पुताई तक कर दी गई। प्रशासनिक स्तर पर तैयारी भी शुरू हो गई, लेकिन मुख्यमंत्री नहीं आए। मंगलवार को ब्रह्मभोज है। शहीद के बेटे जितेंद्र यादव का कहना है कि हमें आशा व विश्वास था कि वादा किए हैं तो मुख्यमंत्री जरूर आएंगे, लेकिन अब तो कोई पूछने तक नहीं आ रहा है।
जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने कहा कि उच्चाधिकारियों से बात की गई है, लेकिन अभी सीएम के आने को लेकर कोई आदेश नहीं मिला है। उनके आने की बात होती तो दो दिन पहले आदेश आ जाता।