गांवों में गंदगी का अंबार, प्रधान ढूंढ़ रहे सफाईकर्मी
सदर विकास खंड के दो दर्जन से अधिक गांवों में स्वच्छता अभियान दम तोड़ रहा है। सड़कें गंदगी से पटी हैं नालियों में सिल्ट जमा है। गंदा पानी ओवरफ्लो कर सड़क पर बह रहा है। ग्राम प्रधान सफाईकर्मियों के गांव में न आने की बात कह सफाई कराने से हाथ खड़े कर रहे हैं।
देवरिया: सदर विकास खंड के दो दर्जन से अधिक गांवों में स्वच्छता अभियान दम तोड़ रहा है। सड़कें गंदगी से पटी हैं नालियों में सिल्ट जमा है। गंदा पानी ओवरफ्लो कर सड़क पर बह रहा है। ग्राम प्रधान सफाईकर्मियों के गांव में न आने की बात कह सफाई कराने से हाथ खड़े कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री देश व प्रदेश को स्वच्छ रखने के लिए घूम-घूम कर सफाई कर रहे हैं। स्वच्छता अभियान पर पानी की तरह पैसा भी बहाया जा रहा है, लेकिन जिनके ऊपर इस मिशन को अंजाम तक पहुंचाने की जिम्मेदारी है वे ही अभियान की हवा निकालने में जुटे हैं। सदर विकास खंड में सफाईकर्मियों के वेतन के रूप में हर माह करीब 50 लाख रुपये खर्च हो रहे हैं, कितु गांवों में सफाई व्यवस्था बदहाल है। कतरारी में सीसी रोड से गांव में जाने वाले मार्ग के किनारे बनी नालियां सिल्ट से भर गई हैं। नाली भरने से पानी ओवरफ्लो कर सड़कों पर बह रहा है। संजय मिश्र, लक्ष्मण मिश्र, शेखर मिश्र, रासबिहारी मिश्र, जुगाड़ू जायसवाल, तारा जायसवाल आदि के घरों के सामने पानी ओवरफ्लो कर रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि सफाई कर्मी गांव में नहीं आता। कई माह से नाली की सफाई नहीं हुई है। पानी की सड़ांध से जीना दुश्वार है। ग्राम प्रधान रामलाल निराला ने बताया कि सफाईकर्मी गांव में नहीं आता। शिकायत करने पर अफसर नहीं सुनते। मुकंदपुर, सरौरा, बढ़या, सिगही आदि गांवों में भी यही स्थिति है। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी आलोकदत्त उपाध्याय ने बताया कि सफाई न होने की शिकायत मिली है। शीघ्र ही टीम गठित कर गांवों की सफाई कराई जाएगी।
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