बेटी के हाथ पीला करने का अरमान रह गया अधूरा
मौत की सूचना के बाद बेटी दहाड़ मारकर रोने लगी।
देवरिया: बेटी के हाथ पीला करने के लिए वह रिश्ता देख रहे थे, बेटी की शादी धूमधाम से करने का उनका सपना था, लेकिन उनका सपना हमेशा के लिए अधूरा रह गया। दुर्घटना ने उनके सभी आरमानों पर पानी भरते हुए इस दुनिया से ही हमेशा के लिए छीन लिया।
लाखोपार निवासी वशिष्ठ यादव अपने परिवार के लोगों के साथ तरकुलहा देवी दर्शन को गए थे। देर रात ऑटो से लौटते वक्त सलेमपुर के नदावर पुल को पार करते वक्त स्कार्पियो ने जोरदार टक्कर मार दिया। हादसे में वशिष्ठ यादव की मौत हो गई। दरवाजे पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सभी परिजनों को सांत्वना देने में लगे रहे। वशिष्ठ की पत्नी कौशल्या देवी का रो रो कर बुरा हाल है। उनके तीन लड़के विजय यादव, सत्येंद्र यादव, उपेंद्र यादव की शादी हो चुकी है, जबकि सबसे छोटी बेटी प्रमिला यादव की शादी नहीं हुई है। वशिष्ठ बेटी का रिश्ता खोज रहे थे। उनका सपना था कि बेटी की शादी कर वह भी बेफिक्र हो जाएंगे लेकिन कुदरत को यह मंजूर नहीं था। उनके इस सपनों पर काल की नजर लग गई।