बैंकों की हड़ताल से 100 करोड़ का कारोबार प्रभावित
देवरिया जिले के 195 बैंक शाखाओं में नहीं खुले ताले -विभिन्न श्रमिक संगठनों ने हड़ताल का किया समर्थन
देवरिया: केंद्र सरकार की श्रम नीतियों के खिलाफ विभिन्न बैंकों व श्रमिक संगठनों के आह्वान पर बैंककर्मी हड़ताल पर रहे। जिसके कारण करीब 100 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ। उधर कर्मचारियों ने बैंकों के सामने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इस दौरान बैंकों की 195 शाखाओं में ताले लटके रहे।
आल इंडिया बैंक इम्प्लाई एसोसिएशन तथा एआइबीईओ, बैफी, इनबैफ व इनबौक के आह्वान पर बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रहे। यूपी बैंक इम्प्लाइज यूनियन के आरएन राय की अध्यक्षता में कर्मचारियों ने स्टेशन रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक शाखा के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान सभा हुई, जिसमें वक्ताओं ने सरकार की श्रम नीति को कर्मचारी विरोधी बताया।
वक्ताओं ने बैंकों में भर्ती, बैंकों के विलय का विरोध, वेतन पुनरीक्षण सहित अन्य मांगों पर सरकार को चेताया। सभा को जिला मंत्री डीके गुप्ता, सुजीत चतुर्वेदी, तेज बहादुर, अरविद सिंह, सतीश पांडेय, जयनेंद्र श्रीवास्तव, सौरभ कुमार, केके यादव, त्रिपुरेश आदि ने संबोधित किया।
उधर सुभाष चौक पर आल इंडिया सेंट्रल कौंसिल आफ ट्रेड यूनियंस के बैनर तले विभिन्न श्रमिक संगठनों ने प्रदर्शन कर नारेबाजी की। प्रेमलता पांडेय, डा. चतुरानन ओझा, गीता पांडेय, श्रीराम कुशवाहा, राकेश सिंह, अरविद गिरि, वृजेश कुशवाहा, डा. मधुसूदन उपाध्याय, काशीनाथ शर्मा, हंसनाथ यादव आदि ने सरकार को श्रमिक विरोधी बताया।
राज्य कर्मचारी संगठनों ने कलेक्ट्रेट में रामनिवास पांडेय, अयोध्या प्रसाद, अजय मिश्र, मोहन वर्मा, संजय तिवारी आदि के नेतृत्व में पीएम के नाम नाम ज्ञापन सौंपा गया। मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव, एलआइसी, समाजवादी मजदूर सभा ने भी बैंक कर्मियों की हड़ताल का समर्थन किया।
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हड़ताल से अलग रहा भारतीय स्टेट बैंक
भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य सहित 17 शाखाओं में प्रतिदिन की भांति कामकाज हुआ, लेकिन कारोबार पर काफी असर पड़ा। लीड बैंक मैनेजर राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि बैंकों की हड़ताल के चलते कारोबार पर काफी असर पड़ा। वहीं स्टेट बैंक की शाखाओं में हड़ताल नहीं थी।