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कोटे की दुकानों के आवंटन को लेकर सपाइयों का प्रदर्शन

कलेक्ट्रेट जा रहे सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने शहर के सुभाष चौक पर रोक लिया। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारेबाजी की। इस दौरान सपा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व सांसद रमाशंकर राजभर ने कहा कि जिले के अधिकारी नियम को ताख पर रख कर काम कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Feb 2021 01:56 AM (IST)Updated: Thu, 25 Feb 2021 01:56 AM (IST)
कोटे की दुकानों के आवंटन को लेकर सपाइयों का प्रदर्शन
कोटे की दुकानों के आवंटन को लेकर सपाइयों का प्रदर्शन

देवरिया: जिले में स्वयं सहायता समूह को कोटे की दुकानों के आवंटन में अनियमितता को लेकर सपा कार्यकर्ताओं व कुछ स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ बुधवार को सुभाष चौक पर प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार मुकेश कुमार को पत्रक सौंपकर आंदोलन की चेतावनी दी।

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कलेक्ट्रेट जा रहे सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने शहर के सुभाष चौक पर रोक लिया। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारेबाजी की। इस दौरान सपा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व सांसद रमाशंकर राजभर ने कहा कि जिले के अधिकारी नियम को ताख पर रख कर काम कर रहे हैं। गलत तरीके से कोटे की दुकानों को निरस्त कर नए समूह का गठन कर समूह को कोटे की दुकानें आवंटित कर दी जा रही है। यह गलत है। गरीब महिलाएं जो पहले से समूह संचालित कर रही हैं, उन्हें कोटे की दुकान आवंटित नहीं की जा रही है।

वरिष्ठ सपा नेता बेचूलाल चौधरी ने कहा कि जिला प्रशासन सत्ता के दबाव में है, वह कमजोर के हितों पर ध्यान नहीं दे रहा है। सपा महिला सभा की जिलाध्यक्ष शोभा यादव ने कहा कि गरीब महिलाओं की मांग मांगों को लेकर आंदोलन हमेशा जारी रहेगा। इस दौरान हृदय नारायण जायसवाल, ब्यास यादव, अम्बिश यादव, योगेंद्र यादव, कौशल किशोर, दीना चौधरी, राजेंद्र प्रसाद, सुभावती देवी, गीता, बिदा देवी, संध्या, सरस्वती देवी, चंद्रशीला, अनामिका, सुमन, सुनीता, प्रभा भारती, लीलावती कुशवाहा प्रमुख रूप से मौजूद रही।

जल निगम के कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

देवरिया: उत्तर प्रदेश जल निगम संघर्ष समिति के तत्वावधान में भुजौली कालोनी स्थित अधिशासी अभियंता कार्यालय पर बुधवार को कर्मचारियों ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। विवेकानंद ने कहा कि पांच माह से वेतन, पेंशन न मिलने के चलते कर्मचारी व अधिकारी परेशान हैं। प्रभुनाथ चौरसिया ने कहा कि वर्ष 2018 के बाद अघोषित रूप से आश्रित नियुक्ति रोक कर मृतक आश्रित परिवारों को भीख मांगने के लिए मजबूर किया जा रहा है। शंभू पांडेय ने कहा कि जल निगम द्वारा संपादित कार्य पर अर्जीत सेंटेज शासन द्वारा अविलंब अवमुक्त किया जाए। नहीं तो जल निगम के कर्मचारी उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगें। इस दौरान रजनीश जायसवाल, श्रीराम सिंह, श्रीप्रकाश तिवारी, कृष्ण कुमार मिश्र, सिद्धार्थ पांडेय, भाष्कर मिश्र, काशीनाथ मिश्र, प्रभाकर तिवारी, रामफरेश सिंह, मुबारक अली, अमित जायसवाल, शिवम मिश्र, कमलावती देवी प्रमुख रूप से मौजूद रही।


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