ससुर के ब्रह्मभोज के दिन दामाद की उठी अर्थी
अजीब संयोग रहा जिसके ब्रह्मभोज में हिस्सा लेने आए उसके ब्रह्मभोज के दिन इस दुनिया को हमेशा के अलविदा कह दिए। साथ ही ब्रह्मभोज के दिन ही अर्थी उठी तो परिवार में चीत्कार मच गया। बच्चों को रोता देख वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आई। पत्नी रोते-रोते बेहोश हो जा रही थी। लोग पानी का छींटा मारकर उसे होश में लाते।
देवरिया: अजीब संयोग रहा, जिसके ब्रह्मभोज में हिस्सा लेने आए, उसके ब्रह्मभोज के दिन इस दुनिया को हमेशा के अलविदा कह दिए। साथ ही ब्रह्मभोज के दिन ही अर्थी उठी तो परिवार में चीत्कार मच गया। बच्चों को रोता देख वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आई। पत्नी रोते-रोते बेहोश हो जा रही थी। लोग पानी का छींटा मारकर उसे होश में लाते।
मलकौली निवासी प्रदीप पांडेय के की ससुराल लार थाना के सजांव में थी। ससुर के निधन की सूचना मिलने के बाद सूबेदार प्रदीप पांडेय पत्नी व बच्चों के साथ गांव आ गए। बुधवार को ससुर का ब्रह्मभोज था, इस बीच मंगलवार को उनकी दादी का निधन हो गया। कुछ कपड़ा व अन्य सामान दादी का बच गया था, जिसको वह नदी में प्रवाहित करने के लिए ले जा रहे थे, इस बीच सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई। मौत की सूचना जब घर पहुंची तो पत्नी हेमलता दहाड़ मारकर रोने लगी और रोते-रोते बेहोश हो जाती। जबकि बड़ी बेटी स्वाती व बेटे दिव्यांश का भी रोते-रोते बुरा हाल हो गया था। प्रदीप चार भाईयों में दूसरे नंबर पर थे। प्रदीप की मौत की सूचना ससुराल सजांव पहुंची तो वहां भी कोहराम मच गया, वहीं अखिलेश के मौत पर परिवार में कोहराम मच गया और पत्नी दहाड़ मारकर रोने लगी। क्षेत्रीय विधायक काली प्रसाद, जयनाथ कुशवाहा समेत अन्य राजनीतिक दलों के नेता मृतकों के घर पहुंच शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया।