रुस में मजदूर वर्ग के नेतृत्व में हुई थी समाजवादी क्रांति
दुनिया के महान कम्युनिस्ट नेता लेनिन की जयंती एवं भाकपा माले का स्थापना दिवस ट्यूबवेल कालोनी स्थित कार्यालय पर मनाया गया जिसमें दुनिया में समाजवादी समाज के निर्माण में लेनिन के योगदान और भारतीय राजनीति पर उनके प्रभाव पर विस्तार से चर्चा की गई।
देवरिया : दुनिया के महान कम्युनिस्ट नेता लेनिन की जयंती एवं भाकपा माले का स्थापना दिवस ट्यूबवेल कालोनी स्थित कार्यालय पर मनाया गया, जिसमें दुनिया में समाजवादी समाज के निर्माण में लेनिन के योगदान और भारतीय राजनीति पर उनके प्रभाव पर विस्तार से चर्चा की गई।
अध्यक्षता कर रहे कामरेड बाबूराम शर्मा ने कहा कि सरदार भगत सिंह फांसी के पहले लेनिन की किताब पढ़ रहे थे और जेलर के पूछने पर कहा कि एक क्रांतिकारी दूसरे क्रांतिकारी से मुलाकात कर रहा है। लेनिन ने रूस में मजदूर वर्ग के नेतृत्व में समाजवादी क्रांति की थी और भगत सिंह भारत को पूंजीवादी लूट से आजाद कर समाजवादी समाज की स्थापना करना चाहते थे, लेकिन यह कार्य अभी भी अधूरा है। गोष्ठी को डा.चतुरानन ओझा ,जनार्दन प्रसाद शाही, अरविद गिरी, उपेंद्र भारती, सलीम, रामप्रवेश यादव आदि ने संबोधित किया।
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देश का संविधान खतरे में: प्रेमलता
देवरिया: भाकपा माले के स्थापना दिवस पर नागरी प्रचारिणी सभा के सभागार में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें संगठन को मजबूत बनाने पर बल दिया गया। प्रेमलता पांडेय ने कहा कि आज देश एक ऐसे दौर में गुजर रहा है जहां देश का संविधान खतरे में है। अध्यक्षता अरुण कुमार व संचालन रामकिशोर वर्मा ने किया। सम्मेलन को गीता पांडेय, नीलम सिंह, मिथिलेश, छोटेलाल कुशवाहा, धर्मनाथ मिश्र, रामप्रवेश प्रसाद, सुमन गोंड, बैरिस्टर शर्मा आदि ने संबोधित किया।