देवरिया कांड : गिरिजा, मोहन व कंचनलता से अलग स्थानों पर पूछताछ में जुटी SIT
संस्था की संचालक गिरिजा व उसकी अधीक्षक बेटी कंचनलता से एसटीएफ व एसआइटी के सदस्य महिला थाना में पूछताछ कर रहे हैं जबकि गिरिजा के पति मोहन त्रिपाठी से कोतवाली में पूछताछ हो रही है।
देवरिया (जेएनएन)। मां विंध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं समाज सेवा संस्थान के बालिका संरक्षण गृह में बालिकाओं के साथ अमानवीय कृत्य की जांच कर रही प्रदेश सरकार की एसआइटी ने आरोपितों को रिमांड पर लिया है। आज सुबह संस्था की संचालक गिरिजा व उसकी अधीक्षक बेटी कंचनलता से एसटीएफ व एसआइटी के सदस्य महिला थाना में पूछताछ कर रहे हैं जबकि गिरिजा के पति मोहन त्रिपाठी से कोतवाली में पूछताछ हो रही है।
इनसे पूछताछ के दौरान एसटीएफ को कुछ अहम सुराग भी हाथ लगे हैं। पांच अगस्त की रात बाल गृह बालिका कांड का पुलिस ने पर्दाफाश किया था। छह अगस्त को संचालिका गिरिजा व उसके पति मोहन त्रिपाठी को पुलिस ने जेल भेज दिया था जबकि बेटी कंचनलता पांच दिन बाद जेल भेजी गई थी। मामले की विवेचना कर रही एसआइटी ने न्यायालय में अर्जी दे कल 72 घंटे के लिए तीनों आरोपितों को रिमांड पर ले लिया।
बताया जा रहा है कि तीनों के बयान में विरोधाभास मिला है। आज इन तीनों से अलग-अलग पूछताछ के बाद एसआइटी पुन: एक साथ बैठाकर पूछताछ करेगी और उनका बयान दर्ज किया जाएगा। खास बात यह है कि पूछताछ का पूरा वीडियो तैयार किया जा रहा है। कुछ अन्य कर्मचारियों को भी पूछताछ के लिए टीम ने बुलाया है। हाई कोर्ट में चल रहे इस केस की सुनवाई मामले में कोर्ट ने अगली सुनवाई की तारीख 20 अगस्त निर्धारित की थी। हाई कोर्ट के सख्त रवैये एसआईटी अब कोई चूक नहीं करना चाहती। बताया जा रहा है कि हाई कोर्ट ने जो सवाल एसआईटी से पूछे थे, अब आरोपियों की रिमांड के दौरान एसआईटी उन्हें सवालों का जवाब आरोपियों से मांगेगी।
देवरिया शेल्टर होम की जांच एसआईटी कर रही है। एसआईटी की तरफ से विवेचक बृजेश कुमार ने कोर्ट में आवेदन देकर पॉक्सो ऐक्ट कोर्ट से मां विंध्यवासिनी शेल्टर होम संचालिका गिरजा त्रिपाठी, उनके पति मोहन त्रिपाठी और बेटी कंचन लता की चार दिन की रिमांड मांगी थी।