जल संरक्षण के लिए बनवाए सात तालाब
मझगांवा, देवरिया : पानी की एक-एक बूंद कीमती है। यह प्रकृति का अनमोल तोहफा है, इसका कोइ
मझगांवा, देवरिया : पानी की एक-एक बूंद कीमती है। यह प्रकृति का अनमोल तोहफा है, इसका कोई विकल्प नहीं है। इस समय समूची दुनिया जल संकट से जूझ रही है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। हालांकि जल संरक्षण को लेकर लोग अब जागरूक होने लगे हैं। गांवों में तालाबों का निर्माण कराया जा रहा है। बावजूद इसके बहुत कुछ किया जाना बाकी है। अगर जल संरक्षण को लेकर हर व्यक्ति जागरूक नहीं हुआ तो आने वाली पीढ़ी को भारी जल संकट का सामना करना पड़ेगा।
जल संरक्षण की दिशा में सदर विकास खंड के ग्राम कतरारी में विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। पंचायत व निजी स्तर पर पानी के संरक्षण का काम हो रहा है। ग्राम पंचायत द्वारा दस वर्ष में गांव में मनरेगा से सात बड़े व्यास वाले जलाशयों का निर्माण कराया गया है। उन तालाबों में भीषण गर्मी में भी पानी भरा हुआ है। तालाबों में पानी होने जहां पशु-पक्षियों को गर्मी से राहत मिली है वहीं भूजल स्तर भी ऊंचा उठा है। ग्रामीण निजी स्तर पर भी घर के पास गड्ढा बनाकर वर्षा के पानी का संचय कर रहे हैं। पंचायत के साथ-साथ जल संरक्षण की मुहिम में युवा पीढ़ी अहम भूमिका अदा कर रही है। जरूरत पड़ने पर युवा इन तालाबों की सफाई भी करते हैं। ग्राम प्रधान रामलाल निराला ने बताया कि अगर जीवन बचाना है तो पानी बचाना ही होगा। सरकार का जोर तालाब निर्माण पर है। गांवों में ऐसा हो भी रहा है। सरकार के अलावा आम आदमी को भी इस कार्य में हिस्सेदार बनना होगा।