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सेतु निगम ने एनएच को कार्यालय देने से किया इन्कार

बाइपास समेत अन्य परियोजनाओं का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए जनपद में एनएच खंड, लोक निर्माण विभाग देवरिया की स्थापना कर दी गई है, लेकिन डेढ़ माह बाद भी कार्यालय नसीब नहीं हो सका है। इसके चलते परियोजनाएं शुरू नहीं हो पा रही हैं। सेतु निगम ने आवासीय भवन को कार्यालय के लिए उपलब्ध कराने से इन्कार कर दिया है

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 11:23 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 11:23 PM (IST)
सेतु निगम ने एनएच को कार्यालय देने से किया इन्कार
सेतु निगम ने एनएच को कार्यालय देने से किया इन्कार

देवरिया : बाइपास समेत अन्य परियोजनाओं का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए जनपद में एनएच खंड, लोक निर्माण विभाग देवरिया की स्थापना कर दी गई है, लेकिन डेढ़ माह बाद भी कार्यालय नसीब नहीं हो सका है। इसके चलते परियोजनाएं शुरू नहीं हो पा रही हैं। सेतु निगम ने आवासीय भवन को कार्यालय के लिए उपलब्ध कराने से इन्कार कर दिया है। शनिवार को एनएच खंड लोक निर्माण विभाग गाजीपुर के जेई ने पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र से कार्यालय उपलब्ध न होने के बारे में अवगत कराया।

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सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 25 जनवरी को देवरिया में छह सौ करोड़ की लागत से पंद्रह किमी बाइपास एनएच 727 (ए) का शिलान्यास किया था। अभी तक बाइपास के निर्माण की जिम्मेदारी एनएच गोरखपुर को मिला था, लेकिन अब इसके लिए एनएच लोक निर्माण विभाग गाजीपुर को जिम्मेदारी दी गई है। अधिशासी स्तर का एनएच खंड का कार्यालय देवरिया में खुलना है। डीएम के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग ने सेतु निगम के आवासीय भवन इकाई को कार्यालय के लिए आवंटित कर दिया है। साथ ही 30 अक्टूबर को सेतु निगम के उप परियोजना प्रबंधक को पत्र लिखकर तत्काल आवासीय भवन खाली करने को कहा, लेकिन सेतु निगम ने अपना भवन बताते हुए आवासीय भवन खाली करने से इन्कार कर दिया है। शनिवार को एनएच खंड लोक निर्माण विभाग गाजीपुर के जेई प्रभुनाथ ने पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र को कार्यालय न मिलने से अवगत कराया। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने सेतु निगम गोरखपुर के मुख्य परियोजना प्रबंधक से बात कर समस्या का समाधान करने को कहा। इस संबंध में सेतु निगम देवरिया के उप परियोजना प्रबंधक एसपी ¨सह ने बताया कि यह भवन सेतु निगम का है। लोक निर्माण विभाग ने गलत तरीके से आवंटित किया है। पत्र लिखकर उन्हें अवगत कराया जाएगा। डीएम अमित किशोर ने बताया कि जल्द ही इसका समाधान कराया जाएगा।


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