धरती पर जीवन चाहिए तो पानी बचाइए
दैनिक जागरण के संयोजन में पीडी एकेडमी में आयोजित संस्कारशाला में जल संचय पर विशेष जोर दिया गया। वक्ताओं ने कहा जल के बिना मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है।
देवरिया: पीडी एकेडमी देवरिया में दैनिक जागरण के संयोजन में बुधवार को संस्कारशाला का आयोजन किया गया। एकेडमी के डायरेक्टर मनोज जायसवाल ने कहा कि मानव जीवन के लिए जल आवश्यक है। जल के बिना मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। हम लगातार जल खर्च कर रहे हैं इसके संचय पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। हाल यही रहा तो एक समय ऐसा आएगा कि हम जल के लिए तरसेंगे। धरती से लगातार जल का दोहन हो रहा है। इसे रोकने का संकल्प लेना होगा।
उन्होंने कहा कि हमें आवश्यकता से अधिक जल का प्रयोग नहीं करना चाहिए। टोटियों से लगातार पानी गिरता रहता है, हम सड़क से गुजर रहे हैं तो रुक कर उसे स्वयं बंद करें। एकेडमिक डायरेक्टर मनोज जायसवाल, पूनम मणि त्रिपाठी, अमिता, तान्या, माधवी, आशी वर्मा, स्वप्ना तिवारी, वंदना शुक्ला, वंदना पांडेय, प्रगति, पलक, सुहानी, आयुषि, प्रियंका पांडेय, प्रियंका मिश्रा, भरथ, अरुण जेएम पाठक, अनुराग मणि, श्वेजा त्रिपाठी, संजय मणि, एचके दुबे, अमित शर्मा मौजूद रहे। बारिश के पानी का करें संचय
प्रधानाचार्य एनजी पांडेय ने कहा कि बारिश के पानी का संचय कर हम भूगर्भ के वाटर लेवल को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए गांवों में ताल पोखरे खोद कर या पुराने पोखरों की सफाई कर जल संचय कर सकते हैं। बारिश के पानी को प्रत्येक घर में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाना अनिवार्य किया जाय। सरकार को चाहिए कि इसे कड़ाई से लागू करे। इससे प्रत्येक घर के बारिश का पानी सीधे जमीन में जाता है और यह वाटर लेवल को मेंटेन करने में काफी मददगार साबित होगा। खादी के देशों में अरब, दोहा, कतर, कुवैत के अलावा देश के कई प्रमुख महानगरों में पानी की किल्लत है। लोग पानी खरीद कर पी रहे हैं। जल का दुरुपयोग रोकने के लिए हम सभी संकल्प लें।