क्रांतिकारी आजाद ने सिद्धांतों से नहीं किया समझौता
देवरिया: भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि
देवरिया: भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि के अवसर पर जलकल रोड स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया।
इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष महेंद्र यादव ने कहा कि उन्नाव जनपद के भावरा गांव में जन्मे चंद्रशेखर आजाद महान क्रांतिकारी थे। पं.रामप्रसाद बिस्मिल व सरदार भगत ¨सह सरीखे क्रांतिकारियों के साथी आजाद ने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन को अचानक बंद कर देने के कारण उनकी विचारधारा में बदलाव आया। वे क्रांतिकारी गतिविधियों से जुड़कर ¨हदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के सदस्य बन गए। काकौरी कांड हो या असेम्बली में बम फेंकना हो, सभी जगहों पर इनकी रणनीति पर क्रांतिकारियों ने कार्य किया। आजीवन अंग्रेजी शासन के हाथ न आने वाले आजाद आज ही के दिन 1931 में अल्फ्रेड पार्क में अंग्रेजी सैनिकों से घिर जाने के बाद अपनी पिस्तौल की अंतिम गोली से खुद को देश के लिए बलिदान कर दिया। युवाओं को उनके जीवन से सीख लेना चाहिए। भाजयुमो जिलाध्यक्ष दुर्गेश पांडेय ने कहा कि 25 साल के अपनी छोटी सी जीवन यात्रा में चंद्रशेखर आजाद ने देश को स्वतंत्र कराने की जो लड़ाई लड़ी। उस छोटी सी यात्रा से हम नौजवानों को प्रेरणा लेनी चाहिए। अगर उनके जीवन का अंश मात्र भी हम सभी अनुसरण करे तो हम उनके सपनों के भारत का निर्माण कर सकेंगे। जलियांवाला बाग नरसंहार से उद्धेलित होकर नौजवानों के साथ मात्र 15 वर्ष की उम्र में स्वतंत्रता संग्राम के आंदोलन में कूद पड़ने वाले आजाद की सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब नौजवान उनके मार्ग पर चले। इस दौरान अंबिकेश पांडेय, धनुषधारी मणि, अंकुर राय, रामदास मिश्र, नवीन ¨सह, अमर ध्वज राय, अभिजीत उपाध्याय, पवन मिश्र, शिवम पांडेय, सभासद अमित मिश्र, सत्यप्रकाश ¨सह, राहुल पांडेय, सूरज पटेल, सुरेश शुक्ला आदि मौजूद रहे।