सरयू के दियारा में बेखौफ चल रहा कच्ची का अवैध धंधा
देवरिया में धंधेबाजों के लिए सुरक्षित ठिकाना बन गया है यह क्षेत्र।
देवरिया: बरहज में सरयू नदी के दियारा की भौगोलिक स्थितियां अवैध शराब के धंधेबाजों के लिए सुरक्षित ठौर है। निकलते धुंए किसी औद्योगिक क्षेत्र का एहसास कराते हैं। प्रशासन भले भट्ठियों को नष्ट करने का दावा करता है, लेकिन पूरी तरह से इस पर लगाम नहीं लग पा रही है। कार्रवाई के अगले ही दिन पुन: भट्ठियां पुन: धधकने लगती हैं।
धंधेबाजों और जिनके खेत में कच्ची की भट्ठियां धधकती है, उन पर कार्रवाई नहीं होने से यह धंधा बंद नहीं हो पा रहा हैं। अब सरयू और राप्ती नदी के किनारों पर नाव पर भी कच्ची बेची जा रही है। क्षेत्र के गांवों में नदी उस पार की बनी कच्ची बिकती है। छोटी सी नाव से कच्ची शराब इस पार लाई जाती है। कई छोटी नाव में कारोबारी इंजन लगाए हैं। कपरवार, परसिया कुरह, कटइलवा, संगम तट पर नदी में नाव पर कच्ची बेची जा रही है। पुलिस के पहुंचते ही नाव लेकर नदी के उस पार भाग जाते हैं। परसिया चौबे में दो जगहों पर, गौरा कटइलवा, बढ़या हरदो, पैना, करोहिया, करायल उपाध्याय, नवापर मेहियवा, पलिया, बारादीक्षित नगर क्षेत्र के तिवारीपुर, गौरा में कच्ची की बिक्री होती है। सीओ दिनेश कुमार सिंह यादव ने कहा, कच्ची शराब के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
यहां बन रही कच्ची
कुरह परसिया देवार में जिन्न बाबा के स्थान से पूरब सहित दर्जनों स्थानों पर कच्ची बनाई जा रही है। विशुनपुर देवार और परसिया कुरह देवार के बीच भट्ठियां सुलग रही हैं। राजपुर देवार में बंधे से उत्तर, सालवी के टोले पर भठ्ठियां धधक रही हैं। कटलहईया टोला, सेवरहिया में दस से अधिक भट्ठियां सुलग रही हैं। कच्ची शराब बनाने में अधिकांश लोग मऊ जनपद के नुरूलाहपुर, धर्मपुर विशुनपुर, सिसवा के हैं।