रानी दुगार्वती देश के शौर्य का प्रतीक : शाही
देवरिया : भारतवर्षीय गोंड आदिवासी महासभा के तत्वावधान में रविवार को महारानी दुर्गावती का ब
देवरिया : भारतवर्षीय गोंड आदिवासी महासभा के तत्वावधान में रविवार को महारानी दुर्गावती का बलिदान दिवस शौर्य दिवस के रूप शहर के टाउन हाल में समारोह पूर्वक मनाया गया। वक्ताओं ने दुर्गावती को महान योद्धा बताते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।
समारोह को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि वीरांगना दुर्गावती का इतिहास स्वर्णाक्षरों में अंकित है। वे देश की अस्मिता और शौर्य का प्रतीक हैं। उन्होंने अपने राज्य की रक्षा के लिए मुगल शासक अकबर से मोर्चा लिया और अकबर की सेना को पीछे हटने के लिए विवश कर दिया। दुर्गावती जैसी वीरांगनाओं पर हमें गर्व करना चाहिए। सरकार उनके वंशजों पर आंच नहीं आने देगी। विधान परिषद सदस्य देवेन्द्र प्रताप ¨सह ने कहा कि गोंडवाना साम्राज्य का इतिहास गौरवशाली है। दुर्गावती अकबर से युद्ध करते हुए वीर गति को प्राप्त हुई, लेकिन जीते जी राज्य के सम्मान पर आंच नहीं आने दिया। गोंड समाज की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल कराया जाएगा। डा. रामअचल गोंड ने कहा कि गोंड आदिवासियों के अस्तित्व पर खतरा उत्पन्न हो गया है। जगह-जगह हमारे संवैधानिक अधिकारों का हनन हो रहा है। सदर विधायक जनमेजय ¨सह ने कहा कि गोंड समाज की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिलाध्यक्ष मुंशी प्रसाद ने कहा कि कुछ तहसीलों में जान बूझकर अधिकारी जाति प्रमाण पत्र नहीं बना रहे हैं। अध्यक्षता महासभा के संरक्षक रामविलास आर्य व संचालन जिला सचिव प्रेम कुमार गोंड ने किया।
इसके पूर्व शहर में भव्य शोभा यात्रा निकाली गई, जिसमें प्रदेश महासचिव रामधनी गोंड, बैजनाथ गोंड, जयनंद गोंड, हृदयानंद गोंड, शिवनाथ ¨सह मरावी, लालचंद गोंड, राज किशार गोंड, राधेश्याम गोंड, तिर्थराज गोंड, रामधुरी गोंड, अशोक कुमार गोंड, शशिकपूर गोंड, डा. कलावती गोंड, विनोद गोंड, धीरेन्द्र गोंड आदि मौजूद रहे।