रामअवध ने सदन में उठाया बेरोजगारी व चीनी मिल लगाने का मुद्दा
विधान परिषद सदस्य रामअवध यादव ने शुक्रवार को सदन में बहस के दौरान पूर्वांचल में चीनी मिल व बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी सभा में कहा था कि भाजपा की सरकार बनी तो चीनी मिल तीन माह के अंदर चालू हो जाएगी लेकिन सरकार को साढ़े चार साल हो गए लेकिन पडरौना व देवरिया की एक भी चीनी मिल चालू नहीं हुई।
देवरिया : विधान परिषद सदस्य रामअवध यादव ने शुक्रवार को सदन में बहस के दौरान पूर्वांचल में चीनी मिल व बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी सभा में कहा था कि भाजपा की सरकार बनी तो चीनी मिल तीन माह के अंदर चालू हो जाएगी, लेकिन सरकार को साढ़े चार साल हो गए, लेकिन पडरौना व देवरिया की एक भी चीनी मिल चालू नहीं हुई। प्रदेश में सपा सरकार के समय मुलायम ¨सह यादव ने ढाढ़ा में नई चीनी मिल स्थापित कर किसानों की मदद की।
श्री यादव ने सदन में कहा कि अगर सपा सरकार में चीनी मिल नहीं लगी होती तो आज किसान अपना गन्ना लेकर मारे-मारे फिरता, जबकि प्रदेश सरकार ने जो बजट पेश की उसमें किसानों को उपेक्षित किया है। यह बजट किसान विरोधी है। पूर्वांचल के किसान गन्ने पर आधारित हैं। बेटे की पढ़ाई, बूढ़े पिता की दवाई और बेटी की शादी का इंतजाम गन्ने से करते हैं और आज गन्ना गिराने के लिए किसान परेशान है। भाजपा ने कहा था कि प्रदेश में सरकार बनने पर बेरोजगार, नौजवानों को रोजगार दिया जाएगा, लेकिन बजट में कहीं भी जिक्र नहीं किया गया है। चिकित्सा, शिक्षा व दवा के लिए कम बजट की व्यवस्था की गई है। मान्यता प्राप्त विद्यालयों और परिषदीय विद्यालयों में एक शिक्षक के भरोसे पढ़ाई हो रही है। शिक्षकों की नियुक्ति की बात बजट में होनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। बजट में सभी वर्गों को उपेक्षित किया गया है।