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विजय दिवस में सैनिकों की गौरवगाथा का बखान

अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद एवं इंडियन एक्स सर्विस मैन मूवमेंट के तत्वावधान में रविवार को सैनिक कल्याण परिषद कार्यालय पर विजय दिवस का आयोजन किया, जिसमें 1971 युद्ध में शामिल सैनिकों की गौरवगाथा का बखान किया गया

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Dec 2018 11:16 PM (IST)Updated: Sun, 16 Dec 2018 11:16 PM (IST)
विजय दिवस में सैनिकों की गौरवगाथा का बखान
विजय दिवस में सैनिकों की गौरवगाथा का बखान

देवरिया : अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद एवं इंडियन एक्स सर्विस मैन मूवमेंट के तत्वावधान में रविवार को सैनिक कल्याण परिषद कार्यालय पर विजय दिवस का आयोजन किया, जिसमें 1971 युद्ध में शामिल सैनिकों की गौरवगाथा का बखान किया गया।

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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संत बिनोवा महाविद्यालय देवरिया के पूर्व प्राचार्य डा.मधुसूदन मिश्र ने कहा कि 16 दिसंबर का दिन आजाद भारत के इतिहास में सर्वाधिक गौरव का दिन है। 1971 में पाकिस्तान से युद्ध के दौरान इसी दिन भारतीय रणबाकुरों ने पाकिस्तानी सेना के जनरल नियाजी समेत करीब 93 हजार सैनिकों को आत्म समर्पण करने के लिए बाध्य कर दिया। भारतीय सैनिकों से साहस और वीरता के चलते ही हम आजादी की हवा में सांस ले रहे हैं। देश की सीमाओं पर शत्रु देश लगातार देश विरोधी साजिश रच कर देश को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। कर्नल एपी पांडेय ने कहा कि पूर्व सैनिकों व उनकी विधवाओं के पेंशन में आ रही दिक्कतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा। कार्यक्रम को मेजर रामबहादुर पांडेय, नायब सूबेदार रामदवल यादव, कै.हरिश्चंद्र यादव ने संबोधित किया। अध्यक्षता कै.मनन जी यादव व संचालन डा.दिनेश मिश्र ने किया।

इस दौरान जयराम बैठा, व्यासचंद्र मिश्र, बसंत प्रसाद, भगवती ¨सह, डा.दिवाकर त्रिपाठी, उमेश चंद्र कुशवाहा, कुसुम यादव, शकुंतला देवी, चंद्रावती देवी, मेवाती देवी, व्यास यादव आदि मौजूद रहे।


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