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कस्बे से हटाए जाएंगे सुअरबाड़े, होगी कार्रवाई

नगर भ्रमण के दौरान लोगों ने बताया कि अधिकांश सुअरबाड़ा नगर पंचायत के सफाई कर्मचारियों का है। इस पर उन्होंने कर्मचारियों का नाम नोट कर नगर पंचायत कार्यालय पर सभी सफाई कर्मचारियों को बुलाकर उनसे सफाई व्यवस्था के बारे में जानकारी ली।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Apr 2021 12:51 AM (IST)Updated: Fri, 09 Apr 2021 12:51 AM (IST)
कस्बे से हटाए जाएंगे सुअरबाड़े, होगी कार्रवाई
कस्बे से हटाए जाएंगे सुअरबाड़े, होगी कार्रवाई

देवरिया: कोरोना संक्रमण के बढ़ती संख्या तथा गर्मी के चलते हो रही बीमारियों को देखते हुए सलेमपुर नगर पंचायत अध्यक्ष जेपी मद्धेशिया और नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी अंकिता सिंह ने विभिन्न वार्डों का भ्रमण कर सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। कई स्थानों पर गंदगी तथा सुअरबाड़ा देख नाराजगी जताई। जिसे हटाने का निर्देश दिए।

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नगर भ्रमण के दौरान लोगों ने बताया कि अधिकांश सुअरबाड़ा नगर पंचायत के सफाई कर्मचारियों का है। इस पर उन्होंने कर्मचारियों का नाम नोट कर नगर पंचायत कार्यालय पर सभी सफाई कर्मचारियों को बुलाकर उनसे सफाई व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। अधिशासी अधिकारी ने कर्मचारियों से कहा कि जिनके पास सुअरबाड़ा है, वे अपना सुअरबाड़ा नगर से हटाकर दूर ले जाकर वहां स्थापित करें। नगर में किसी प्रकार की गंदगी व सुअर दिखे तो संबंधित वार्ड सफाई कर्मचारी के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। सभी वार्डों में सुबह हर हाल में सफाई कर मुख्य स्थान पर चुना गिराएं। उन्होंने सफाई कर्मचारियों से कोविद के नियमों का पालन करने व कराने का भी निर्देश दिया। इस दौरान विजय श्रीवास्तव, सभासद अशोक सिंह, संजीव वर्मा सहित सभी सफाई कर्मचारी उपस्थित रहे। खुलेआम घूम रहे हैं इंसेफलाइटिस के वाहक

भाटपाररानी उपनगर में एक भी सुअरबाड़ा नहीं है। खुलेआम इंसेफ्लाइटिस के वाहकों को घूमते हुए देखा जा सकता है। जिससे खतरनाक बीमारियों के रोकथाम व जागरूकता कार्यक्रम पर लाखों रुपये खर्च कर रही सरकार के मंसूबे नाकाम होते दिख रहे हैं। जिम्मेदारों को इसका थोड़ा भी फिक्र नहीं हैं। इनके पालकों को न तो शासन का भय है और न बीमारी फैलने का डर, जिसे लेकर आम नागरिक भयभीत है। उपनगर की सड़कों पर इनके विचरण करने पर कोई पाबंदी नहीं है।

उपनगर में एक भी सूअरबाड़ा नहीं है। रेलवे की जमीन पर सुअरों का अड्डा बना हुआ है। इनके पालकों को नगर पंचायत प्रशासन द्वारा नोटिस तो जारी किया जाता है लेकिन कार्रवाई नहीं की जाती। जिससे इनके हौसले बुलंद हैं। इंसेफेलाइटिस, जेई सहित अन्य कई खतरनाक संक्रामक बीमारियों के प्रमुख संवाहक ये सुअर उपनगर की सड़कों पर पूरे दिन बेरोकटोक के घूमते दिखते हैं। शासन द्वारा इनको आबादी से दूर रखने का फरमान भी पालकों पर दिखाई नहीं दे रहा है। आशीष जायसवाल, संजय कुशवाहा, मंटू, रतिनाथ तिवारी, अवनीश, मुरलीधर मिश्र, निर्मला गुप्ता, अंगद पटेल, बजरंगी राय, गुड्डू सहाय, समीर वर्मा आदि का कहना है कि रोग के वाहक जानवरों पर रोक लगनी चाहिए। उपजिलाधिकारी ध्रुव शुक्ला ने कहा कि यह गंभीर मामला है। इसके लिए नगर पंचायत प्रशासन को निर्देशित किया जाएगा।


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