सीएम योगी आदित्यनाथ से फोन पर वार्ता के बाद परिजन शहीद के पार्थिव शरीर की अत्येष्टि को राजी
प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शहीद के परिवार के लोगों को 25 लाख रुपए की राशि का चेक प्रदान किया। उन्होंने कहा शहीद के नाम पर गांव में गेट- सड़क का निर्माण कराया जाएगा।
देवरिया (जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर वार्ता के बाद शहीद सत्यनारायण यादव के परिवार के लोग उनके पार्थिव शरीर की अंत्येष्टि करने को राजी हो गए। इसी बीच प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शहीद के परिवार के लोगों को 25 लाख रुपए की सहायतार्थ राशि का चेक प्रदान किया। उन्होंने कहा कि शहीद के नाम पर गांव में एक गेट तथा सड़क का निर्माण कराया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में शनिवार को शहीद हुए देवरिया के बांसपार बैदा के जवान सत्य नारायण यादव का पार्थिव शरीर सोमवार की सुबह गांव पहुंचा। आज उनके परिवार के लोग गांव में मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग पर अड़े थे। इसके बाद उन लोगों ने मुख्यमंत्री ने फोन पर बात करने के बाद शहीद के पार्थिव शरीर के अंतिम संस्कार का निर्णय दिया। इसी के बाद पार्थिव शरीर को अंतिम सलामी भी दी गई। पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र तथा देवरिया से सांसद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से फोन पर शहीद के बेटे शम्भू से बात कराई। पाकिस्तानी गोलाबरी में शहीद हुए बीएसएफ एएसआई सत्य नारायण यादव के परिजनों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फोन पर बात की। इस दौरान सीएम ने शहीद एएसआई के बेटे को आश्वासन दिया कि इस कठिन परिस्थति में सरकार उनके साथ खड़ी है। सीएम ने कहा कि वह खुद जल्द ही शहीद के गांव पहुंचेंगे।
इसके बाद परिजनों और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के आने के बाद ही अंतिम संस्कार करने की जिद छोड़ दी और अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए। कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने शहीद सत्यनारायण यादव के परिजनों को 25 लाख रुपए दिया चेक। उन्होंने कहा कि गांव में शहीद के नाम पर गेट बनेगा, इसके साथ ही एक सड़क का नामकरण भी सत्यनारायण के नाम पर होगा।
बांसपार बैदा गांव निवासी सत्य नारायण यादव बीएसएफ की 33वीं बटालियन में एएसआइ के पद पर तैनात थे। वर्तमान में उनकी तैनाती जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर में थी। शनिवार की रात पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग में उन्हें गोली लग गई और वह शहीद हो गए। अखनूर हेड क्वाटर से बीएसएफ उप निरीक्षक प्रदीप कुमार उनका शव लेकर सोमवार की सुबह पांच बजे गांव पहुंचे।
इससे पहले पाकिस्तान के सीमा पर सीज फायर का उल्लंघन करने पर शहीद देवरिया के लाल सत्यनारायण का पार्थिव शरीर आज देवरिया पहुंच गया । उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया। उधर अपने भतीजे के शहीद होने की सूचना चाची ने भी दम तोड़ दिया।
जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर में शनिवार को शहीद देवरिया जनपद के बांसपार बैदा के लाल सत्य नारायण यादव का पार्थिव शरीर गांव पहुंच गया है। आज उनका पार्थिव शरीर लेकर जैसे ही बीएसएफ के अधिकारी तथा सत्यनारायण के साथ पहुंचे, गांव में चारों तरफ कोहराम मच गया। उनके घर के आसपास सैकड़ों की संख्या लोग जुट गए। सदर कोतवाली के बांसपार बैदा गांव निवासी सत्य नारायण यादव बीएसएफ की 33वीं बटालियन में एएसआइ के पद पर तैनात थे, वर्तमान में उनकी तैनाती जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर में थी। शनिवार की रात पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग हुई, इस दौरान उन्हें गोली लग गई और वह शहीद हो गये। सोमवार की सुबह पांच बजे शहीद का शव गांव पहुंचा।
पाकिस्तान से बदला ले सरकार
देवरिया के शहीद जवान के सभी आक्रोशित परिजन नरेंद्र मोदी सरकार पर बरस पड़े और कहा कि उन्हें पाकिस्तान से केवल और केवल बदला चाहिए। इसके साथ ही परिजनों ने यह भी कहा कि पाकिस्तान से भारत को कभी बातचीत नहीं करनी चाहिए। विलाप करती हुई शहीद जवान की पत्नी ने सरकार से मांग की कि उनके दोनों बेटो को नौकरी दी जाए और पाकिस्तान से बदला लिया जाए।
शहीद की चाची ने भी छोड़ी दुनिया
गोरखपुर के ग्राम बेदा निवासी बीएसएफ जवान सत्य नारायण के शहीद होने के बाद उनकी चाची रामरती देवी 80 ने भी आज तड़के इस दुनिया को अलविदा कह दिया। जिसके बाद गांव का माहौल और गमगीन हो गया है।