बरहज में एक हजार हेक्टेयर सरकारी भूमि पर कब्जा
बरहज थाना क्षेत्र के परसिया देवार विशुनपुर देवार परसिया कुरह देवार सहित छह गांवों से संगठित भू-माफियाओं के कब्जे से सरकारी एक हजार हेक्टेयर भूमि से प्रशासन अवैध कब्जा नहीं हटवा सका है। पिछले वर्ष इसको लेकर कवायद तो शुरू हुई लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के चलते यह अभियान परवान नहीं चढ़ सका।
देवरिया : बरहज थाना क्षेत्र के परसिया देवार, विशुनपुर देवार, परसिया कुरह देवार सहित छह गांवों से संगठित भू-माफियाओं के कब्जे से सरकारी एक हजार हेक्टेयर भूमि से प्रशासन अवैध कब्जा नहीं हटवा सका है। पिछले वर्ष इसको लेकर कवायद तो शुरू हुई, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के चलते यह अभियान परवान नहीं चढ़ सका। पैमाइश भी पूरी नहीं हो सकी है।
राजस्व परिषद के निर्देश पर पिछले वर्ष चार दिसंबर से केटीएस हरदोई से इलेक्ट्रानिक टोटल सिस्टम से विजय सिंह की टीम ने पैमाइश शुरू की। सीमांकन कार्य के बाद पत्थर लगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई ठप हो गई। सरयू और राप्ती नदी के कछार में करीब एक हजार हेक्टेयर भूमि पर संगठित भू-माफिया कब्जा किए हैं। वर्ष 2012 में 91 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था। 220 एकड़ भूमि का फर्जी इंद्राज निरस्त हुआ। 2019 में 48 एकड़ भूमि का फर्जी इंद्राज निरस्त हुआ। पैमाइश का कार्य बंद होने और बाढ़ बाद एक बार फिर भू माफिया सक्रिय हो गए हैं। सरकारी, ग्राम सभा की जमीन पर कब्जे के प्रयास में जुट गए हैं। भू-माफिया में सरकार और प्रशासन का भय नहीं है। उपजिलाधिकारी ध्रुव कुमार शुक्ल ने बताया कि राजस्व कर्मियों से इस संबंध में एक रिपोर्ट मांगी गई है। जिसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
चिन्हित की गई सरकारी भूमि पर भू-माफिया का कब्जा शुरू
बरहज: राजस्व परिषद के आदेश पर केटीएस द्वारा पैमाइश कर चिहित की गई नदी पार के देवार की भूमि पर भू-माफिया दोबारा कब्जा करना शुरू कर दिए हैं। इसकी शिकायत बेलडाड़ के ग्राम प्रधान सत्या सिंह ने उच्च अधिकारियों से करके कार्रवाई की मांग की है। ग्राम प्रधान ने उच्चाधिकारियों से की गई शिकायत में अवगत कराया है कि राजस्व ग्राम राजपुर, परसिया कुरह की गत वर्ष केटीएस हरदोई की टीम ने पैमाइश कर सरकारी, परती, राजस्व ग्राम की भूमि का सीमांकन किया था। संबंधित सीमावर्ती राजस्व ग्राम की सीमा पर पत्थर स्तंभ स्थापित किया था। हाल के दिनों में सक्रिय भूमाफिया राजपुर, परसिया कुरह, कपरवार खादर पर लगे सीमा पत्थर को उखाड़ कर फेंक दिए हैं। सैकड़ों बीघा भूमि पर ट्रैक्टर से जुताई कर कब्जा कर रहे हैं। इस भूमि पर माफिया का 20 वर्षों से कब्जा था। ग्राम प्रधान की शिकायत पर एडीएम वित्त एवं राजस्व ने राजस्व निरीक्षक और लेखपालों की टीम के साथ पैमाइश कराकर कब्जा रहित होने का तीन दिवस में आख्या मांगी है।