मां के साथ अब रहना चाहती है युवती
बाल गृह बालिका देवरिया से मुक्त कराकर राजकीय बाल गृह बालिका बलिया में 15 माह से निवास कर रही युवती अब मां के साथ रहना चाहती है।
देवरिया: बाल गृह बालिका देवरिया से मुक्त कराकर राजकीय बाल गृह बालिका बलिया में 15 माह से निवास कर रही युवती अब मां के साथ रहना चाहती है। बालिग होने व परिजनों की रजामंदी के चलते राजकीय बाल गृह बालिका के अधीक्षक ने बाल कल्याण समिति देवरिया के अध्यक्ष से संपर्क साधा है। उम्मीद जताई जा रही है कि अगले सप्ताह तक उसे मां के सुपुर्द कर दिया जाएगा। बिहार के रोहतास जनपद के थाना इंदरपुरी के ग्राम बुधन बिगहा निवासी युवती को भटनी पुलिस ने बरामद किया था। बाल कल्याण समिति देवरिया के आदेश पर रेलवे स्टेशन रोड स्थित बाल गृह बालिका में रखवाया था। देवरिया कांड के सुर्खियों में आने के बाद उसे बाल गृह बालिका से मुक्त कराकर 10 अगस्त 2018 को राजकीय बाल गृह बालिका निधनिया बलिया में आवासित किया गया। राजकीय बाल गृह बालिका में प्रवेश के समय उसकी उम्र 17 वर्ष थी। जनपद बलिया में तैनात 181 महिला हेल्पलाइन की सुगमकर्ता श्रीमती चंदा व श्रीमती प्रतिमा ने युवती की काउंसलिंग की। जिसमें युवती ने बताया कि वह अपनी मां के साथ घर जाना चाहती है। मां के साथ रहने में उसे कोई परेशानी नहीं है। युवती के पिता की मृत्यु हो चुकी है। वह कक्षा पांच तक पढ़ी है। आगे पढ़ना नहीं चाहती है। इस संबंध में बाल कल्याण समिति देवरिया के अध्यक्ष विनोद तिवारी ने बताया कि युवती बालिग हो गई है। अभिभावक उसे अपने सुपुर्द लेना चाहते हैं। अगले सप्ताह तक मां के साथ रहने का आदेश कर दिया जाएगा।