नौ स्टेटिक मजिस्ट्रेट नहीं पहुंचे, डीएम ने मांगा स्पष्टीकरण
यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं। जिलाधिकारी ने इसे गंभीरता से लिया है। उन्होंने स्टेटिक मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात नौ कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि दो दिन के भीतर जवाब नहीं मिला तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। डीएम के इस कार्रवाई से खलबली मच गई है
देवरिया : यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं। जिलाधिकारी ने इसे गंभीरता से लिया है। उन्होंने स्टेटिक मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात नौ कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि दो दिन के भीतर जवाब नहीं मिला तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। डीएम के इस कार्रवाई से खलबली मच गई है।
लार विकास खंड में तैनात आइएसबी आफताब अहमद, जिला होमियोपैथिक चिकित्सालय के फार्मेसिस्ट राधेश्याम प्रसाद, आशुतोष यादव, कमल कुमार व अशोक ¨सह, जल निगम प्रथम निर्माण खंड के अवर अभियंता रामकोमल चौधरी, नलकूप खंड सलेमपुर के अवर अभियंता कालिका कुमार, राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय मझौलीराज में तैनात फार्मेसिस्ट राघवेंद्र मिश्र, राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय महुआबारी में तैनात फार्मेसिस्ट हरिश्चंद्र यादव की ड्यूटी डीएम ने स्टेटिक मजिस्ट्रेट के रूप में लगाई है। इन कर्मचारियों ने यूपी बोर्ड परीक्षा में स्टेटिक मजिस्ट्रेट के रूप में अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं किया। डीएम ने इसे कर्मचारी आचरण नियमावली के विरुद्ध, कार्य के प्रति लापरवाही व उदासीनता का द्योतक बताया है। उन्होंने दो दिन के अंदर साक्ष्य सहित लिखित स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही कहा है कि यदि दो दिन के भीतर संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दिया जाता है तो यह मान लिया जाएगा कि जानबूझकर परीक्षा में सहयोग नहीं किया गया।