बिहार में आंदोलन, देवरिया में सक्रिय रहा प्रशासन
रेलवे भर्ती बोर्ड आरआरबी की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी परीक्षा को लेकर बिहार में आंदोलन को देखते हुए जनपद के रेलवे स्टेशन पर विशेष सतर्कता बरती गई। शुक्रवार को स्थानीय पुलिस पीएसी के अलावा जीआरपी व आरपीएफ अलर्ट रही।
देवरिया: रेलवे भर्ती बोर्ड आरआरबी की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी परीक्षा को लेकर बिहार में आंदोलन को देखते हुए जनपद के रेलवे स्टेशन पर विशेष सतर्कता बरती गई। शुक्रवार को स्थानीय पुलिस, पीएसी के अलावा जीआरपी व आरपीएफ अलर्ट रही। सदर रेलवे स्टेशन पर पुलिस बल को तैनात किया गया था।
भाटपार रानी संवाददाता के अनुसार, बिहार में उग्र आंदोलन व शुक्रवार को भारत बंद के आह्वान पर उपनगर में सुरक्षा व्यवस्था चौकस रही। उप जिला अधिकारी राजपति वर्मा क्षेत्राधिकारी पंचम लाल की अगुवाई में भाटपार रानी थाना व खामपार पुलिस के साथ आरपीएफ के जवान रेलवे पिकेट प्वाइंट सहित पूरे उप नगर क्षेत्र में मुस्तैद रहे। क्षेत्राधिकारी पंचम लाल ने बताया कि भारत बंद व बिहार में चल रहे आंदोलन का यहां कोई असर नहीं रहा। पुलिस प्रशासन सतर्क रहा। थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर संतोष कुमार, थानाध्यक्ष खामपार बृजेश मिश्र, आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर राजाराम पांडेय, एसआइ नित्यानंद पांडेय आदि मौजूद रहे। पुलिस बर्बरता की निदा, रिहा करने की मांग
मुसैला चौराहे पर लोकतांत्रिक संगठन ने छात्रों पर पुलिस की बर्बरतापूर्वक कार्रवाई की निदा की। साथ ही गिरफ्तार किए गए छात्रों को रिहा करने की मांग उठी।
लोकतांत्रिक संगठन के सदस्यों ने राज्यपाल के संबोधित पत्रक दिया। कहा कि प्रदेश के रेलवे भर्ती बोर्ड के एनटीपीसी अभ्यर्थियों के ऊपर गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर लाठीचार्ज की गई, जो निदनीय है। संगठन के नेता डा. चतुरानन ओझा ने कहा कि प्रदेश की सरकार तानाशाह हो गई है। आवाज उठाने वालों छात्रों पर पुलिस बर्बरता कर रही है। प्रजातंत्र में अपनी मांगों को कहने का सभी को अधिकार है। पकड़े गए छात्रों को सरकार तत्काल रिहा करे। इस दौरान अरविद गिरी, अजय राय, राकेश कुमार सिंह, चक्रपाणि ओझा आदि ने विचार रखे।