ग्राहकों के खाते से हेराफेरी, नाराज लोगों ने किया चक्का जाम
भारतीय स्टेट बैंक शाखा भलुअनी स्थित ग्राहक सेवा केंद्र से ग्राहकों के खाते से दो वर्ष के अंदर हेराफेरी कर करीब 75 लाख रुपये निकालने को लेकर ग्राहकों ने शुक्रवार को भलुअनी चौराहे पर चक्का जाम कर दिया।
देवरिया : भारतीय स्टेट बैंक शाखा भलुअनी स्थित ग्राहक सेवा केंद्र से ग्राहकों के खाते से दो वर्ष के अंदर हेराफेरी कर करीब 75 लाख रुपये निकालने को लेकर ग्राहकों ने शुक्रवार को भलुअनी चौराहे पर चक्का जाम कर दिया। चौराहे पर अफरातफरी का माहौल रहा। उधर पुलिस ने इस मामले में दो लोगो को थाने में बैठाया है।
भलुअनी में एसबीआइ का ग्राहक सेवा केंद्र है। ग्राहकों का कहना है दो वर्षों से उनके खातों में हेराफेरी हो रही थी। लेकिन 10 दिन पूर्व मामला प्रकाश में आने पर सेवा केंद्र संचालक द्वारा मामले को टाला जा रहा था। ग्राहकों ने बताया कि बिना अंगूठा लगाए तथा सर्वर स्लो बता कर निकासी की गई है। ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक कमलेश सिंह ने बताया कि दो वर्षों से एक कर्मचारी को रखा था। जिसने यह कार्य किया है। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। विरोध प्रदर्शन में शामिल ग्राहकों में धर्मेंद्र शर्मा, सुनीता, फूलपति, रामप्रवेश, इंदु, सुभावती, प्रेमा देवी, इंदु देवी, रिकी तिवारी, देवानंद प्रसाद आदि शामिल रहे। थानाध्यक्ष भलुअनी मुकेश मिश्र ने बताया कि ग्राहक सेवा केंद्र के 20 ग्राहकों ने खाते से रुपये की हेराफेरी करने की शिकायत की है। दो वर्ष में करीब 75 लाख रुपये के आसपास की निकासी का आरोप लगाया गया है। जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी। ट्रक की चपेट में आने से चाचा की मौत, भतीजा घायल
देवरिया-कसया मार्ग पर खनुआ नाला के समीप ट्रक की चपेट में आने से मोटरसाइकिल सवार युवक की मौत हो गई। जबकि भतीजा घायल हो गया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। घटना के बाद स्वजन में चीख पुकार मच गई। थाना क्षेत्र के रामपुर खास गांव के रहने वाले रामअवध रावत उम्र 25 वर्ष पुत्र सीता रावत अपने भतीजे कन्हैया उम्र 12 वर्ष पुत्र जयप्रकाश को लेकर शुक्रवार की देर शाम कसया बाजार मोटरसाइकिल से जा रहे थे। अभी वह थाना क्षेत्र के खनुआ नाला के समीप पहुंचे थे कि सामने से आ रहे ट्रक ने ठोकर मार दिया। जिससे दोनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों ने एंबुलेंस की सहायता से कसया सामुदायिक केंद्र पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान रामअवध की मृत्यु हो गई। गंभीर हालत देख चिकित्सक ने कन्हैया को मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। स्वजन ने बताया कि राम अवध एक माह पूर्व विदेश से घर आए थे।