दोस्तों के आंखों में आ गए आंसू
शहीद विजय कुमार मौर्या होनहार थे, जब भी गांव आते, परिवार के साथ ही गांव के युवकों से भी अच्छा व्यवहार करते और उन्हें भी देश की रक्षा का संकल्प लेकर सेना में भर्ती होने की बात कहते थे। साथ ही कुछ युवकों को टिप्स भी देते थे। गांव के बलवंत मौर्या का कहना है कि जब भी वह गांव आते, हम लोगों से सेना के बारे में जानकारी साझा करते थे
देवरिया: शहीद विजय कुमार मौर्या होनहार थे, जब भी गांव आते, परिवार के साथ ही गांव के युवकों से भी अच्छा व्यवहार करते और उन्हें भी देश की रक्षा का संकल्प लेकर सेना में भर्ती होने की बात कहते थे। साथ ही कुछ युवकों को टिप्स भी देते थे। गांव के बलवंत मौर्या का कहना है कि जब भी वह गांव आते, हम लोगों से सेना के बारे में जानकारी साझा करते थे। गांव के अमित मिश्र का कहना है कि वह बहुत ही नेक इंसान थे, जब भी आते, तेनुआ स्थित ग्राउंड पर जाते और सेना में भर्ती के लिए दौड़ लगाने वाले युवकों को टिप्स भी देते। गांव के राजेश कुशवाहा का भी यही कहना था। शहीद जवान के दोस्त तो दरवाजे पर पहुंचते ही फफक पड़े।
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तेनुआ ग्राउंड पर भी युवकों ने दी श्रद्धांजलि
देवरिया: हर दिन तेनुआ स्थित ग्राउंड पर सेना में भर्ती होने के लिए युवक दौड़ लगाते हैं। उस ग्राउंड में तैयारी कर विजय कुमार भी भर्ती हुए थे। उनके शहीद होने की सूचना पर दौड़ लगाने वाले युवक तेनुआ स्थित ग्राउंड पर पहुंचे और शहीद को श्रद्धांजलि दी।