जांच के दौरान राइसमिलों में मिली अनियमितता
देवरिया में दूसरे प्रांतों से चावल की कालाबाजारी रोकने के लिए राइसमिलों पर जांच की गई।
देवरिया: बिहार व दूसरे प्रांतों से चावल की कलाबाजारी की शिकायत पर सील किये गए पांच राइस मिलों की जांच रविवार को शुरू हो गई, जो देररात तक चली। इस दौरान अनियमितता सामने आई है।
जिलाधिकारी अमित किशोर ने पांचों राइस मिलों की जांच के लिए एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सेल टैक्स व आपूर्ति विभाग के अधिकारियों की अलग-अलग पांच टीम गठित की।
एसडीएम सदर डा.दिनेश मिश्र बैतालपुर के पहाड़पुर स्थित सत्यकाम राय के राइस मिल पर पहुंचे। जनपद का सबसे बड़ा राइस मिल होने के चलते बोरों की गिनती कराने के लिए एक दर्जन से अधिक कर्मचारियों को लगाया गया। देसही देवरिया के बेलवा बाजार स्थित कमलेश गुप्ता के राइस मिल, गोदाम व मकान पर रखे गए चावल व धान के बोरों की गिनती भाटपाररानी एसडीएम ओमप्रकाश ने कराई। तरकुलवा के शिवशंकर यादव के राइसमिल व गोदाम पर नायब तहसीलदार धर्मवीर भारती ने बोरों की गिनती कराई। शिव ट्रेडर्स में चार सौ क्विटल खुला चावल, 50 किलोग्राम के 513 बोरी चावल व नवीन मंडी स्थित कक्ष संख्या तीन में 680 बोरी चावल व 980 बोरी धान मिला। अधिकारियों ने अपनी देखरेख में दोबारा मिलों व गोदामों को सील करा दिया। एसडीएम सदर डा.दिनेश मिश्र ने बताया कि जांच के दौरान तमाम गड़बड़ी मिली है। जांच आख्या जिलाधिकारी को भेजी जाएगी।
स्टाक का होता रहा सत्यापन
गौरीबाजार: रैश्री स्थित अमित टेडर्स राइस मिल पर एडिशनल कमिश्नर सेल्स टैक्स प्रदीप, तहसीलदार रामाश्रय, हाट निरीक्षक सूर्य कुमार सिंह व मंडी निरीक्षक शंकर भगवान चौबे ने स्टाक के सत्यापन देर शाम तक जारी था। लार संवाददाता के अनुसार, लार के सतीश कुमार सिंह के साईं ट्रेडर्स राइसमिल पर एसडीएम डा.संजीव यादव ने दोपहर एक बजे से जांच शुरू कराई, जो देर रात तक चलता रहा।