दरिदगी की शिकार महिला के आरोपों की होगी मजिस्ट्रेटी जांच
जिलाधिकारी अमित किशोर ने एसडीएम सदर को नामित किया जांच अधिकारी
देवरिया: रामपुर कारखाना क्षेत्र में दरिदगी की शिकार एक महिला के आरोपों की जांच होगी। डीएम अमित किशोर ने एसडीएम सदर डा. दिनेश मिश्र को मजिस्ट्रेटी जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट मांगी है। महिला ने गांव के छह लोगों पर दिन के उजाले में घर में घुसकर डकैती डालने, अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म करने व हाथ-पैर को धारदार हथियार से हमला कर जख्मी करने, प्राइवेट पार्ट में हॉकी व हथियार डालने, बेहोश होने पर मरा समझकर फेंकने का आरोप लगाया है। महिला ने पुलिस वालों पर आरोपितों को बचाने का आरोप लगाया है।
महिला ने डीएम को चिट्ठी लिखकर न्याय की गुहार लगाई है। महिला का कहना है कि उसके घर आने-जाने वाले सरकारी चकरोड पर कुछ लोगों ने घर बनाकर कब्जा कर रखा है। इसका विरोध करने पर कब्जा करने वाले लोगों ने 24 जून को शाम करीब 4.30 बजे घर पर हमला बोल दिया। मेरे घर में डकैती डाली और मेरा अपहरण कर अपने घर ले गए, जहां बारी-बारी से दुष्कर्म किया। मेरे ऊपर धारदार हथियार से हमला बोलकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। बेहोश होने पर मरा समझकर बाहर ले जाकर फेंक दिया। गांव के कुछ लोगों ने मुझे सरकारी अस्पताल पहुंचाया। जिला अस्पताल में 14 दिन तक भर्ती रही। वर्तमान में मुंबई के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। महिला का आरोप है कि पुलिस ने उसके पति के नाम से आरोपितों के खिलाफ मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर बचाने का कार्य किया है। एसडीएम सदर ने बताया कि डीएम ने मजिस्ट्रीयल जांच का आदेश दिया है। पीड़ित महिला से घटना के संबंध में साक्ष्य या गवाह प्रस्तुत करने को कहा गया है।