मां दुर्गा व नवग्रह मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा
देवरिया : सदर विकास खंड के ग्राम सभा सोंदा स्थित प्राचीन दुर्गा मंदिर परिसर में चल रहे सहस्त्रचं
देवरिया : सदर विकास खंड के ग्राम सभा सोंदा स्थित प्राचीन दुर्गा मंदिर परिसर में चल रहे सहस्त्रचंडी महायज्ञ में शुक्रवार को मां दुर्गा सहित नवग्रह की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा पौहारी महाराज द्वारा महामंडलेश्वर उमाकांत नन्द सरस्वती एवं भगवान दास जी महाराज की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा की तथा काशी से पधारे आचार्य विरेन्द्र उपाध्याय के नेतृत्व में 101 विद्वानों ने पूजन-अर्चन कराया। यज्ञ के सातवें दिन जूनागढ़ से पधारे महामंडलेश्वर डा. उमाकांत नंद सरस्वती ने कहा कि मनु और सतरूपा ने तपस्या करके भगवान से वर मांगा था कि आप पुत्र रूप में हमारे घर पधारें। मनु ने कहा कि जब आप हमारे घर आए तो ह में सदा आप पुत्र के रुप में जबकि माता शतरूपा ने कहा कि जब आप हमारे घर आए हमें ज्ञात होना चाहिए कि हमारे घर भगवान का आगमन हो गया है वह यह वर इसलिए मांगा क्योंकि वह श्री भगवान के चतुर्भुज रूप का दर्शन करना चाहती थी। इसीलिए भगवान ने माता सतरूपा को चतुर्भुज रूप में दर्शन दिया और जब माता ने भगवान का दर्शन कर लिया तब भगवान ने मुस्कुरा दिया तब मां ने कहा अब आप यह रूप छोड़कर बाल लीला करो। मेरे लिए यह सुख परम सुख होगा। भगवान के अवतार के बारे में तुलसीदास जी ने लिखा है। विप्र धेनु सुर संत हित लीन्ह मनुष्य अवतार। निज इच्छा निर्मित तनु माया गुन गो पार। महायज्ञ वृंदावन से आये स्वामी लेखराज मंडली द्वारा भगवान के बाल लीला का मनोहारी मंचन कर पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया। इस अवसर पर एमएलसी देवेन्द्र ¨सह, अंगद तिवारी, समिति के अध्यक्ष आचार्य केशव मिश्र, सचिव संजय शंकर मिश्र, दीपक मिश्र, प्रमोद मिश्रा, सत्यप्रकाश गुप्ता, समीक्षा मिश्रा, उषा तिवारी, रत्नेश मिश्र, मनीष मिश्र, दुर्गा चौहान,शैलेंद्र पटेल, संतोष यादव, राहुल पटेल चन्दू यादव कालीचरण चौहान, उमेश मिश्र, विनीत मिश्र, सुधीर तिवारी, रजनीश तिवारी, प्रभाकर मित्र, लिटिल मिश्र, रंजन मद्धेशिया आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे। संचालन कौशल तिवारी कुशल द्वारा किया गया।