कौमी एकता की खुशबू बिखेर रहे जावेद
शहर के अबूबकर नगर निवासी जावेद अहमद को लोग प्यार से जावेद भाई के नाम से पुकारते हैं। वह ¨हदू मुस्लिम एकता की मिसाल हैं। मुस्लिम धर्म में तो उनकी गहरी आस्था हैं ही साथ ही मां दुर्गा के भी वह अनन्य भक्त हैं। लगातार 22 वर्षों से मां वैष्णो देवी दर्शन के लिए जाते हैं। यहीं नहीं शहर के रेलवे स्टेशन रोड में उन्होंने लगातार सात वर्ष सर्वधर्म क्लब के संयोजन में मां दुर्गा की प्रतिमा भी रखी
देवरिया : शहर के अबूबकर नगर निवासी जावेद अहमद को लोग प्यार से जावेद भाई के नाम से पुकारते हैं। वह ¨हदू मुस्लिम एकता की मिसाल हैं। मुस्लिम धर्म में तो उनकी गहरी आस्था हैं ही साथ ही मां दुर्गा के भी वह अनन्य भक्त हैं। लगातार 22 वर्षों से मां वैष्णो देवी दर्शन के लिए जाते हैं। यहीं नहीं शहर के रेलवे स्टेशन रोड में उन्होंने लगातार सात वर्ष सर्वधर्म क्लब के संयोजन में मां दुर्गा की प्रतिमा भी रखी। रामलीला समिति देवरिया में उनकी सक्रिय भागीदारी रहती है। इसके अलावा प्रति वर्ष शहर में रामलीला समिति द्वारा श्री राम बरात का वह अबूबकर नगर के अमन गेट पर सैकड़ों मुस्लिम भाइयों के साथ स्वागत करते हैं। सही मायने में वह नफरत की राह में कौमी एकता की खुशबू बिखेर रहे हैं।
एक तरफ जहां छोटी-छोटी बातों को लेकर जहां ¨हदू-मुस्लिम एकता की डोर को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है वहीं जावेद भाई जैसा एक व्यक्ति ऐसा भी है जो अपने छोटे- छोटे प्रयासों से ¨हदू मुस्लिम एकता व भाईचारा की डोर को लगातार मजबूत कर रहा है। यही कारण है कि दोनों समाज के लोग उनका बहुत सम्मान करते हैं।
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श्री राम बरात का प्रति वर्ष अबूबकर नगर में करते हैं भव्य स्वागत
देवरिया: कई दशक से शहर में रामलीला समिति द्वारा श्री राम बरात निकाला जाता है। जिसमें हजारों की संख्या में लोग हिस्सा लेते हैं। यही नहीं जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक भी इस आयोजन में हिस्सा लेते हैं। शहर का अबूबकर नगर जहां सिर्फ मुस्लिम आबादी रहती है। वहां अमन गेट पर जावेद भाई मुस्लिम समाज के लोगों के साथ प्रतिवर्ष श्रीराम, सीता, भरत, शत्रुघ्न समेत अन्य देवी-देवताओं का स्वागत व सम्मान करते हैं। इस दिन का अब शहर के लोगों को भी बेसब्री से इंतजार रहता है। इसके अलावा कही भी सौहार्द बिगड़ने की बू आती है तो वहां जावेद भाई सबसे पहले पहुंचते हैं और लोगों को समझा-बूझाकर दोनों पक्षों को शांत करा देते हैं। ¨हदू व मुस्लिम दोनों समाज के लोग उनका बहुत सम्मान करते हैं। पुलिस और प्रशासन भी शांति व्यवस्था कायम करने में उनकी मदद लेता है।
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सात वर्ष रख चुके हैं मां दुर्गा की प्रतिमा, 22 वर्षो से जा रहे वैष्णो देवी
देवरिया: शहर में अपने ¨हदू दोस्तों के साथ वह इतने घुले मिले हैं कि उनका ¨हदू धर्म के देवी देवताओं में भी गहरी आस्था है। 22 वर्षों से माता वैष्णो देवी का दर्शन करने जा रहे है। किसी वर्ष अगर उनके दोस्त टाल-मटोल करते हैं तो वह आगे बढ़ कर वैष्णो माता जाने का प्लान बना देते हैं। इसके पूर्व वह शहर के स्टेशन रोड में लगातार सात वर्ष तक दुर्गा पूजा में मां दुर्गा की प्रतिमा रख चुके हैं और पूरी निष्ठा से पूजन-अर्चन कर मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन करते थे।
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