बंदियों से आनलाइन मुलाकात में घटी दिलचस्पी
जेल में बंदियों से आनलाइन मुलाकात में लोगों की दिलचस्पी घट रही हैं। बीते दिसंबर माह में सिर्फ दो लोगों ने आनलाइन मुलाकात के लिए आवेदन किया था। नए वर्ष में इसकी शुरूआत तक नहीं हो पाई। आनलाइन मुलाकात व्यवस्था के प्रचार प्रसार के लिए जेल प्रशासन आगे आया है
देवरिया : जेल में बंदियों से आनलाइन मुलाकात में लोगों की दिलचस्पी घट रही हैं। बीते दिसंबर माह में सिर्फ दो लोगों ने आनलाइन मुलाकात के लिए आवेदन किया था। नए वर्ष में इसकी शुरूआत तक नहीं हो पाई। आनलाइन मुलाकात व्यवस्था के प्रचार प्रसार के लिए जेल प्रशासन आगे आया है। बंदियों से मुलाकात के लिए पर्ची व्यवस्था का चलन लंबे समय से है। मैनुअल मुलाकात में बंदीरक्षकों पर आरोप लगता है। अक्सर फर्जी कागजात तैयार कर मुलाकात हो जाती है। बंदियों से मुलाकात में पारदर्शिता के लिए शासन ने आनलाइन मुलाकात की शुरूआत की। जेल में बंद सभी बंदियों, कैदी का पूरा डाटा आनलाइन कंप्यूटर में फीड किया गया। जेल प्रशासन की वेबसाइड ई-प्रि¨जस डाट एनआइसी डाट इन पर मुलाकाती कैदी या बंदी का विवरण देखकर मुलाकात का समय मांगा जा सकता है। जेल में कंप्यूटर आपरेटर मुलाकात का समय निर्धारित कर देगा, लेकिन इस व्यवस्था में लोगों की दिलचस्पी कम नजर आ रही है। इसे सुधारने के लिए जेल प्रशासन जागरूकता में जुट गया है। मुख्य गेट पर आवेदन की प्रक्रिया दीवार पर अंकित कर लोगों को समझाने का प्रयास किया गया है। जेल में करीब सत्रह सौ बंदी निरुद्ध हैं। रोजना सौ से डेढ़ सौ लोग मुलाकात करने पहुंचते हैं। रविवार को संख्या तीन सौ के पा हो जाती हैं। जेल अधीक्षक डीके पांडेय बंदियों से मुलाकात के लिए शुरू की गई आनलाइन व्यवस्था पर जोर देते हैं। उनका कहना है कि पारदर्शी व्यवस्था बनाने के लिए आनलाइन मुलाकात जरूरी है। साथ ही बंदियों से मुलाकात करने वालों का रिकार्ड भी अपडेट रहेगा, जो सुरक्षा के लिहाज से जरूरी है।