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14 आयुर्वेद चिकित्सालयों के भवन हुए जर्जर

राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालयों की हालत बद से बदतर है। 14 ऐसे अस्पताल हैं जहां का भवन व छत जर्जर है। यहां चिकित्सक व फार्मासिस्ट जान जोखिम में डालकर ड्यूटी कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Oct 2019 10:54 PM (IST)Updated: Sat, 05 Oct 2019 10:54 PM (IST)
14 आयुर्वेद चिकित्सालयों के भवन हुए जर्जर
14 आयुर्वेद चिकित्सालयों के भवन हुए जर्जर

देवरिया: राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालयों की हालत बद से बदतर है। 14 ऐसे अस्पताल हैं जहां का भवन व छत जर्जर है। यहां चिकित्सक व फार्मासिस्ट जान जोखिम में डालकर ड्यूटी कर रहे हैं। इसमें पांच भवन विभाग के अपने हैं तो अन्य किराए पर व पंचायत भवन हैं। बार-बार सूचना के बाद भी विभाग संज्ञान नहीं ले रहा है। ऐसे में कभी भी यहां बड़ी घटना घट सकती है। राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालयों में पंचायत भवन व किराए पर चलने वाले अस्पतालों में बैरौना, भाटपाररानी, कपरवार, रामचक, खरोह, पिपराधनी, पचोहिया, पैकौली, सहोदर पट्टी का भवन सर्वाधिक जर्जर है। विभाग के अपने अस्पताल के भवनों में सदर प्रधान, रामचक, द्वारिका, बकरुआ, मौना गढ़वा, पैकौली अस्पताल के भवन बदहाल हैं। किसी का प्लास्टर टूटकर गिर रहा है तो कहीं छत टपक रही है। रामचक अस्पताल की दीवार तीन दिन पूर्व बरसात में गिर गई यहां बड़ा हादसा होते-होते बचा।

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