जागरूकता से घट रहे एचआइवी पॉजीटिव मरीज
पिछले वर्ष लार सीएचसी पर हुई कुल 6000 जांच में 23 मिले थे एड्स रोगी
देवरिया: असुरक्षित यौन संबंधों, लापरवाही से खून चढ़ाने आदि से हो रहे एड्स के मामले लार क्षेत्र में पहले की अपेक्षा कम आए हैं। सरकारी अस्पताल के आंकड़े बताते हैं कि लोगों में जागरूकता बढ़ी है और एचआइवी पाजीटिव मरीजों की संख्या घटी है।
एड्स नियंत्रण विभाग की इकाई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लार में चल रही है वह लोगों को जागरूक कर रही है। लार सरकारी में एड्स संबंधित जांच नियमित हो रही है। परामर्श केंद्र के आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2018 में लार सीएचसी पर हुई कुल 6000 की जांच में 23 एड्स रोगी मिले थे। इस वर्ष जनवरी से अगस्त तक कुल 8 माह में 4300 जांच हुई है। इस वर्ष 7 एचआइवी पीड़ित मिले हैं। इससे यह पता चलता है कि लोगों में जागरूकता बढ़ी है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ:
सीएचसी लार के अधीक्षक डॉ बृजवासी सिंह ने बताया कि लगातार बुखार एड्स का एक लक्षण हो सकता है। इस बीमारी में इम्यून पावर कम हो जाता है, जिसके कारण प्रतिरोधी तंत्र बार-बार बुखार को रोक नहीं पाता। लगातार थकान का बना रहना भी एड्स का एक लक्षण हो सकता है। सिर में दर्द बने रहना, गला खराब रहना, सिर में तेज दर्द लक्षण हो सकता है। इम्यून पावर कम होने के कारण शरीर बीमारियों से आपको बचाने में सक्षम नहीं रह पाता। एड्स के मरीज का वजन लगातार घटता है। यदि ये सब लक्षण मिलें तो सरकारी अस्पताल में खून की जांच अवश्य कराएं।