धनुष यज्ञ की कथा सुन भावविभोर हुए लोग
राजन जी महाराज ने धनुष यज्ञ का कथा प्रस्तुत कर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया
देवरिया:क्षेत्र के बापू कृषक इंटर कालेज कड़सरवा बुजुर्ग के प्रांगण में चल रहे श्रीराम कथा के पांचवे दिन सोमवार की शाम अयोध्या से आए कथावाचक राजन जी महाराज ने धनुष यज्ञ का कथा प्रस्तुत कर उपस्थित श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने कहा कि राजा जनक ने यह घोषणा किया कि जो शिव जी का धनुष उठाएगा उसी के साथ सीता का विवाह होगा। यह खबर सुन देश-विदेश के तमाम योद्धा, राजा व महाराजा आए, लेकिन कोई भी धनुष को हिला तक नहीं सका। यह देखकर राजा जनक अपने निर्णय पर अफसोस करते हुए मन ही मन सोचने लगे कि लगता है कि शायद यह धरती वीरों से खाली है। इसी बीच गुरु विश्वामित्र की आज्ञा पाकर प्रभु श्रीराम ने धनुष को उठाकर खंडित कर दिया। चारों तरफ उनकी जय जयकारा होने लगी। इस प्रकार सीता ने राम के गले मे जयमाला डाला। धनुष यज्ञ व रामविवाह का कथा सुन श्रोता भावुक हो गए।कथा के दौरान हरिचरन सिंह कुशवाहा, प्रधानाचार्य डॉ. विनय पांडेय, माधुरी पांडेय, राजेन्द्र यादव,भृगुराशन सिंह आदि लोग मौजूद रहे।