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घर-घर पहुंचें स्वास्थ्यकर्मी, कुष्ठ रोगियों की करें पहचान

जिला कुष्ठ रोग परामर्शदाता डा. इरशाद खान ने कहा कि कुष्ठ का लक्षण दिखे तो घबराए नहीं डाक्टर को दिखाएं। शुरूआती दौर में दवा खाने से यह पूरी तरह से ठीक हो जाता है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 May 2022 01:20 AM (IST)Updated: Sun, 29 May 2022 01:20 AM (IST)
घर-घर पहुंचें स्वास्थ्यकर्मी, कुष्ठ रोगियों की करें पहचान
घर-घर पहुंचें स्वास्थ्यकर्मी, कुष्ठ रोगियों की करें पहचान

देवरिया: राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम की मासिक बैठक सीएमओ कार्यालय के धनवंतरि सभागार में शनिवार को हुई, जिसमें सीएमओ डा. आलोक पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्यकर्मी घर-घर पहुंचे और कुष्ठ रोगियों की पहचान कर उनकी दवा शुरू करें।

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उन्होंने कहा कि कुष्ठ उन्मूलन के लिए हमें टीम भावना से कार्य करना होगा तभी हम इसका सफाया कर सकते हैं। एसीएमओ डा. संजय चंद ने कहा कि इस वर्ष जिले में कुल 195 कुष्ठ रोगी चिह्नित किए गए हैं। कुष्ठ रोगियों की जांच, दवा इलाज सबकुछ निश्शुल्क है। लोगों को कुष्ठ के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है।

जिला कुष्ठ रोग परामर्शदाता डा. इरशाद खान ने कहा कि कुष्ठ का लक्षण दिखे तो घबराए नहीं, डाक्टर को दिखाएं। शुरूआती दौर में दवा खाने से यह पूरी तरह से ठीक हो जाता है। कुष्ठ से दिव्यांग व्यक्ति को सरकार तीन हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन दे रही है। यहां मुख्य रूप से अवधेश सिंह, रामायन तिवारी, चन्द्रमोहन मिश्र, अशोक मिश्र, अयूब खान, सोनेलाल भारती आदि मौजूद रहे।

टीबी उन्मूलन के लिए चिकित्सकों ने लिया संकल्प

देवरिया: शहर के राघव नगर स्थित कैलाश होटल परिसर में शनिवार को टीबी उन्मूलन के लिए प्रशिक्षण का आयोजन किया गया, जिसमें टीबी के सफाया के लिए चिकित्सकों ने संकल्प लिया और टीम भावना के साथ कार्य करने का भरोसा दिया।

विश्व स्वास्थ्य संगठन सलाहकार (राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम) डा. सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि टीबी मरीज के घर के सदस्यों का काउंसिलिग कर टीपीटी (ट्यूबरक्लोसिस प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट) का कोर्स छह माह दिया जाय, जिससे समाज में बढ़ते क्षय रोगियों को कम किया जा सकें। डा. मिरजा रिजवान बेग ने टीबी के उन्मूलन में चिकित्सकों की जागरूकता को महत्वपूर्ण कदम बताया।

सीएमओ डा. आलोक पांडेय ने कहा कि सभी टीबी मरीजों का विस्तृत पता एवं मोबाइल नंबर एवं घर के सदस्यों की संख्या के साथ पूरा पता नोट किया जाय, जिससे टीपीटी का कोर्स प्रारंभ करने में सुविधा होगी। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. सुरेन्द्र कुमार चौधरी ने कहा कि टीबी रोगियों के बारे में चिकित्सक जानकारी एकत्र कर विभाग को सूचित करें। प्रशिक्षण में डा. एके विश्वकर्मा, डा. अरविन्द मिश्रा, डा. विपिन विहारी शुक्ला (आइएमए अध्यक्ष), डा. उमाकांत पांडेय, डा. अभिषेक कुमार सिंह, डा. अनोखी शाह, डा. सुजाता मिश्रा, डा. सौरभ बरनवाल, डा. संजय गुप्ता, डा. जेपी मौर्या, डा. पवन अरोड़ा, डा. आरपी यादव, सुनील कुमार सिंह, देवेन्द्र प्रताप सिंह, मान्धाता सिंह आदि मौजूद रहे।

चिकित्सकों को नहीं मिल रहीं सुविधाएं

देवरिया: न्यू कालोनी स्थित एसएन मेमोरियल पब्लिक स्कूल में आरबीएसके (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) संघ की शनिवार को बैठक हुई, जिसमें समस्याओं पर चर्चा कर समाधान की मांग की गई। संघ के अध्यक्ष डा. मधुसूदन मिश्र ने कहा कि आरबीएसके में कार्य करने वाले चिकित्सकों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। शासन से जो सुविधाएं चिकित्सकों को मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल रही है। चिकित्सक सीमित संसाधन में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह के आखिरी शनिवार को संगठन की बैठक की जाएगी। संगठन को मजबूत बनाने की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है, जो भी समस्याएं हैं उसके निदान के लिए अधिकारियों को जल्द ही ज्ञापन सौंपा जाएगा। संचालन महामंत्री इन्द्रजीत सिंह ने किया। इस दौरान डा. जय प्रकाश, डा. जमाल अहमद सिद्दिकी, डा. अमृता गुप्ता, डा. स्नेहा, डा. मयंक राय, राकेश कुशवाहा, डा. अरविद कुमार पाठक, डा. अशरफ हुसैन सिद्दीकी, डा. आनंद विनय पांडेय, डा. जनार्दन तिवारी आदि मौजूद रहे।


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