Move to Jagran APP

ओपीडी में मरीज फुल, कमरे से डॉक्टर साहब गुल

जिला अस्पताल में बेहतर इलाज की उम्मीद लेकर आए मरीजों को सोमवार को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ को इलाज मिला तो पांच सौ से अधिक मरीजों को इलाज नहीं मिल सका। सुबह से लेकर दोपहर तक अस्पताल में मरीजों का मेला लगा रहा। मरीजों की भीड़ के आगे जिला अस्पताल की पूरी व्यवस्था फेल रही।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Aug 2019 11:09 PM (IST)Updated: Mon, 19 Aug 2019 11:09 PM (IST)
ओपीडी में मरीज फुल, कमरे से डॉक्टर साहब गुल
ओपीडी में मरीज फुल, कमरे से डॉक्टर साहब गुल

देवरिया: जिला अस्पताल में बेहतर इलाज की उम्मीद लेकर आए मरीजों को सोमवार को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ को इलाज मिला तो पांच सौ से अधिक मरीजों को इलाज नहीं मिल सका। सुबह से लेकर दोपहर तक अस्पताल में मरीजों का मेला लगा रहा। मरीजों की भीड़ के आगे जिला अस्पताल की पूरी व्यवस्था फेल रही।

loksabha election banner

इमरजेंसी में एक साथ कई मरीज तेज बुखार, उल्टी दस्त के पहुंच रहे थे। यहां तैनात डा. एनके पांडेय एक मरीज को देखते तो दूसरा, तीसरा मरीज पहुंच जाता। एक मरीज के साथ चार से छह लोगों की भीड़ चिकित्सक कक्ष में मरीजों को परेशानी बढ़ा रही थी। यहां बेड फुल होने से मरीज फर्श पर लेटे रहे। रजिस्ट्रेशन काउंटर, दवा वितरण कक्ष व हड्डी रोग विभाग व पैथालाजी में मरीज की भीड़ अनियंत्रित रही। हड्डी रोग विभाग में डा. पीएन कन्नौजिया व डा. एसके सिंह मरीजों को देखे लेकिन यहां तीन बजे तक मरीजों को देखने के बाद भी सभी मरीजों को चिकित्सक नहीं देख सके। डा. एसएस द्विवेदी, डा. एएम वर्मा ओपीडी में मरीजों से घिरे रहे। ओपीडी में डा. डीके सिंह, सर्जन कक्ष, डा. एनके पांडेय के कक्ष में कुर्सी खाली रही। यहां मरीज पर्ची जमा कर लाइन लगा कर अपनी बारी का इंतजार करते रहे लेकिन बाद में पता चला कि डाक्टर साहब अवकाश पर हैं। अल्ट्रा साउंड कक्ष में डा. केसी राय के अवकाश पर होने के कारण मरीजों की जांच नहीं हो सकी। दवा वितरण कक्ष में सामान्य दवा ही मिल सकी। बच्चों का एंटीबायोटिक व पीआइयीयू में भर्ती मरीजों को बाहर से दवा खरीद कर लानी पड़ी। ओपीडी के बरामदे में सुबह से लेकर दोपहर दो बजे तक पैर रखने तक की जगह नहीं थी। एक्स-रे कक्ष व सीटी स्कैन में पूरा दिन मरीजों की भीड़ लगी रही।

---------------

कुछ चिकित्सक अवकाश पर थे। अचानक मरीजों के बढ़ने से दिक्कत हुई। वैसे डाक्टरों ने पूरे दिन ड्यूटी समय में मरीजों को देखा। मरीजों को कोई परेशानी न हो इसके लिए मैं हमेशा प्रयास करता हूं। बाहर से चिकित्सक दवा न लिखें इसकी सख्त हिदायत दी गई है।

डा. छोटेलाल, सीएमएस, जिला अस्पताल देवरिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.