गांधी जयंती पर आधा दर्जन कैदियों की हो सकती है रिहाई
देवरिया : गांधी जयंती पर उच्च सदन के आधी से अधिक सजा काट चुके उम्र दराज व दिव्यांग कैदियों
देवरिया : गांधी जयंती पर उच्च सदन के आधी से अधिक सजा काट चुके उम्र दराज व दिव्यांग कैदियों की रिहाई के फैसले के बाद जेल में बंद सजायाफ्ता कैदियों को चिह्नित करने की कवायद तेज कर दी गई है। देवरिया जेल में सजा काट रहे आधा दर्जन कैदियों को इसका लाभ मिल सकता है और वह आधी सजा पूरी करने के बाद अपने घरों को जा सकते हैं। उधर, इस फैसले के आने के बाद रिहाई होने की संभावना से कुछ कैदियों के परिजनों में भी उम्मीद की नई किरण जगी है।
कैबिनेट ने एक फैसला लिया है, जिसमें आधी से अधिक सजा काट चुके उम्रदराज व दिव्यांग कैदियों की तीन चरणों में रिहाई करनी है। इस फरमान के आने के बाद जेल में सजायाफ्ता बुजुर्ग कैदियों को चिह्नित करने की कवायद जेल प्रशासन ने तेज कर दी है, जो आधी या उससे अधिक सजा काट चुके हैं। केंद्र सरकार ने गांधी जयंती के अवसर पर रिहा करने वाले ऐसे सजायफ्ता कैदियों की उम्र भी निर्धारित कर दिया है। इसके तहत महिलाओं की उम्र लगभग 55 साल व पुरुष की उम्र लगभग साठ साल या इससे अधिक हो। इसके अलावा किसी भी उम्र के 70 फीसद से अधिक दिव्यांग ऐसे कैदी जो आधी से अधिक सजा काट चुके हैं, वे भी माफी के हकदार बताए गए हैं।
बताया जा रहा है कि देवरिया जेल में लगभग डेढ़ सौ से अधिक सजायाफ्ता कैदी हैं। अब उनमें चिह्नित करने का कार्य तेज कर दिया गया है। सूत्रों की माने तो आधा दर्जन से अधिक कैदियों को इसका लाभ मिल सकता है। इस बाबत जेल अधीक्षक दिलीप पांडेय ने कहा कि कैदियों को चिह्नित किया जा रहा है। जल्द ही इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी।