शहीद प्रेम सागर पंचतत्व में विलीन
गांव के बाहर स्थित ग्राम सभा के पट्टे की जमीन में शहीद को अंतिम संस्कार कर दिया गया और बड़े बेटे ने मुखाग्नि दी।
देवरिया (जागरण संवाददाता)। पाकिस्तानी सेना द्वारा जम्मू में बीएसएफ में तैनात हवलदार प्रेम सागर का बुधवार को गार्ड आफ आनर के बीच अंतिम विदाई दे दी गई। गांव के बाहर स्थित ग्राम सभा के पट्टे की जमीन में शहीद को अंतिम संस्कार कर दिया गया और बड़े बेटे ने मुखाग्नि दी। इस दौरान दिल्ली से आई बीएसएफ की टुकड़ी ने गार्ड आफ आफर दिया।
भाटपाररानी तहसील क्षेत्र के ग्राम टीकमपार निवासी प्रेम सागर जम्मू में बीएसएफ में हवलदार के पद पर तैनात थे। सोमवार की सुबह परिजनों से मोबाइल पर बात करने के बाद वह ड्यूटी गए। इसी बीच पाकिस्तानी सेना ने उनके ऊपर हमला कर दिया और शरीर को क्षति-विक्षत कर दिया। मंगलवार की देर रात शव आया, लेकिन परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। सुबह हजारों की संख्या में मौजूद लोगों के बीच शहीद का शव यात्रा निकली तो गांव की महिलाएं भी पीछे-पीछे चल दी।
यह भी पढ़ें: बीटीसी में महिला-पुरुष तथा कला-विज्ञान आरक्षण खत्म करने की तैयारी
जबकि घर की दुल्हनें छत पर चढ़ कर अपने लाल को अंतिम विदाई दी। गांव के बाहर आठ बजे अंतिम संस्कार कर दिया गया। बड़े बेटे ईश्वर चंद्र ने मुखाग्नि दी। इस दौरान कैबिनेट मंत्री सूर्यप्रताप शाही, सांसद रवींद्र कुशवाहा, जिलाधिकारी सुजीत कुमार समेत अन्य अधिकारी व नेता समेत हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें: अलीगढ़ में कांग्रेस हाईकमान ने चलाया का ऑपरेशन क्लीन