Flood In Deoria: सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर, घट रहा जलस्तर
देवरिया जिले में सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बर रही हैं। लेकिन राहत की बात यह है कि अब जलस्तर घट रहा है। ऐसे में जिला प्रशासन के साथ ही बाढ़ क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है।
देवरिया, जागरण संवाददाता। सरयू नदी और राप्ती नदी का जलस्तर घटने का क्रम जारी है। जल स्तर घटने के बावजूद सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ का पानी कम होने के बाद भी परसिया देवा, विशुनपुर देवार के टोलों में जलभराव से लोगों की दुश्वारियां कम नहीं हुई है। भदिला प्रथम गांव अभी भी बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है।
नदी के पानी से घिरा है गांव
थाना घाट पर बने मीटर गेज के अनुसार शनिवार को सरयू नदी खतरे के निशान 66.50 मीटर के ऊपर 67.10 मीटर पर बह रही है। सरयू नदी के जल स्तर में 35 सेंटीमीटर की कमी हुई है। सरयू नदी खतरे के निशान से 60 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बाढ़ का पानी कम होने के बावजूद विशुनपुर देवार के घिरे 12 टोले पर जलभराव और उससे उठने वाली दुर्गंघ से लोग परेशान हैं। भदिला प्रथम गांव राप्ती नदी के बाढ़ के पानी से चारों तरफ से घिरा हुआ है।
कम होने लगा राप्ती और गोर्रा का जलस्तर
दोआबा में राप्ती और गोर्रा के जलस्तर में दूसरे दिन शनिवार को कमी दर्ज की गई है। नदियों के जलस्तर में दस से पंद्रह सेंमी की कमी दर्ज की गई है। इससे दोआबा के 52 गांवों के करीब डेढ़ लाख जनसंख्या को राहत की उम्मीद मिल गई है। शनिवार की शाम राप्ती गेज प्वाइंट भेड़ी के समीप 69.55 मीटर और गोर्रा गेज प्वाइंट पिड़रा के समीप 69.80 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी। शुक्रवारकी शाम राप्ती 69.70 मीटर और गोर्रा 70.10 मीटर दर्ज की गई है।
ऐसा है नदियों का जलस्तर
राप्ती के जलस्तर में 15 सेंमी और गोर्रा के जलस्तर में 30 सेंमी की कमी दर्ज की गई है। दोनों के खतरे का निशान 70.50 मीटर है। तटवर्ती गांवों शीतलमांझा, पांडेयमांझा राजधर, नरायनपुरऔराई, बहोरादलपतपुर, पिड़रा, रतनपुर, भसउल पर कटान का खतरा मंडरा रहा है।