शार्ट सर्किट से लगी आग, लाखों की लकड़ी व सामान जले
अमर ज्योति रोड पर भलुअनी के रहने वाले ध्रुव नारायण सिंह व भुजौली कालोनी के रहने वाले आशुतोष सिंह की लकड़ी की दुकान है। उनकी दुकान के समीप ट्रांसफार्मर लगा है। जिसके ऊपर से हाइटेंशन तार गुजरा है। भोर में करीब 4.30 बजे तारों में स्पार्किंग से निकली चिगारी से ध्रुव नारायण सिंह की दुकान में आग लग गई।
देवरिया: शार्ट सर्किट से मंगलवार की भोर में लगी आग से दो लकड़ी व एक लांड्री दुकान जलकर राख हो गई, जिससे लाखों रुपये की साखू व सागौन की लकड़ी व फर्नीचर, तीन स्कूटी, कपड़े, नकदी व सोने के गहने जल गए। अग्निशमन विभाग की गाड़ियों ने पहुंचकर आग पर काबू पाया। इस दौरान मोहल्ले में अफरातफरी का माहौल रहा। सदर विधायक डा.शलभ मणि त्रिपाठी ने मौके पर जाकर पीड़ितों को आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।
शहर के अमर ज्योति रोड पर भलुअनी के रहने वाले ध्रुव नारायण सिंह व भुजौली कालोनी के रहने वाले आशुतोष सिंह की लकड़ी की दुकान है। उनकी दुकान के समीप ट्रांसफार्मर लगा है। जिसके ऊपर से हाइटेंशन तार गुजरा है। भोर में करीब 4.30 बजे तारों में स्पार्किंग से निकली चिगारी से ध्रुव नारायण सिंह की दुकान में आग लग गई। आग से साखू, सागौन के कीमती लकड़ी व फर्नीचर के सामान जलकर राख हो गए। दो स्कूटी भी जल गई। इसके बाद आग फैलकर आशुतोष सिंह की दुकान में पहुंच गई। आग से उनका भी साखू, सागौन आदि की लकड़ी व फर्नीचर, स्कूटी आदि सामान जल गए। दोनों लोगों ने करीब 30-30 लाख के नुकसान की जानकारी दी है। इसी के सटे खुखुंदू के बैरौना गांव के मूल निवासी व चकिया ढाला पर मकान बनवाकर रहने वाले हीरालाल कन्नौजिया की गुमटी में लान्ड्री की दुकान थी। जिसमें करीब 45 लोगों के नए व पुराने कपड़े, 15 हजार रुपये नकदी व पांच थान पत्नी के गहने रखे थे। आग में जलकर गुमटी व उसमें रखा सारा सामान जल गया। सूचना पर अग्निशमन विभाग की चार गाड़ियों ने पहुंचकर आग पर काबू पाया। सीओ सदर श्रीयश त्रिपाठी ने बताया कि आग की सूचना पर अग्निशमन विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची थी। निजी अस्पताल में लगी आग, सूझबूझ से पाया काबू
देवरिया: निजी अस्पताल में मंगलवार की दोपहर शार्ट सर्किट से आग लग गई, जिससे अस्पताल में अफरातफरी मच गई। कर्मचारियों के प्रयास से आग पर काबू पाया जा सका। आग बुझने के बाद दमकल की गाड़ी पहुंची। बड़ी घटना होते-होते बची।
शहर के न्यू कालोनी में डा. प्रमोद त्रिपाठी व उनकी पत्नी डा. दिव्या त्रिपाठी का चिरायु चाइल्ड केयर एंड मैटर्निटी सेंटर संचालित है। दोपहर में अस्पताल के जनरेटर के तार में आग लग गई। आग की लपटों को देखकर मरीज व तीमारदारों में अफरा-तफरी मच गई। अस्पताल के कर्मचारियों ने अस्पताल में लगे फायर कंट्रोल सिस्टम से आग पर काबू पाया। कुछ देर में अग्निशमन विभाग की गाड़ी पहुंच गई, लेकिन आग बुझने के कारण वापस लौट आई। प्रभारी थानाध्यक्ष बदरुद्दीन खान ने बताया कि आग लगने की सूचना मिली थी। पुलिस के पहुंचने के पहले ही अस्पताल के कर्मचारियों ने आग पर काबू पा लिया।