मौजूद रहेंगी जरूरी दवाएं, अभी से प्रशासन अलर्ट
देवरिया कोरोना संक्रमण के दौर में महामारी का असली रूप जनपदवासियों ने देखा। अस्पतालों में बे
देवरिया: कोरोना संक्रमण के दौर में महामारी का असली रूप जनपदवासियों ने देखा। अस्पतालों में बेड नहीं, भर्ती हो गए तो आक्सीजन व दवाएं नहीं। कई तरह की दिक्कतों का सामना लोगों को करना पड़ा। दवाओं की कमियों से सीख लेकर इस बार प्रशासन तीसरी लहर को ध्यान में रख कर कदम बढ़ा रहा है। अस्पतालों के बाहर स्वजन का लाइन से इंतजार करती लाशों का ²श्य आज भी लोगों के जेहन में तैर जाता है, दवाओं के नहीं होने से लोगों ने स्वजन खो दिए।
कोरोना संक्रमण में दूसरी लहर इतनी घातक होगी। इसका अंदाजा स्वास्थ्य विभाग को भी नहीं था। अचानक दूसरी लहर के खतरनाक रूप लेने से स्वयं डाक्टर भी हैरत में थे। क्या करें उनकी समझ में स्वयं नहीं आ रहा था। अधिक से अधिक लोगों के बीमार पड़ने व दवाओं की उपलब्धता नहीं होने से संकट खड़ा हुआ। शुरूआत के एक महीने रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिला। बाद में उपलब्ध हुआ तो डीएम के निर्देश पर मरीजों को मिलना शुरू हुआ। फेरापिराविर टेबलेट की सप्लाई जिले में नहीं आई। लोग पा्रइवेट में दवाएं चौगूने मूल्य पर खरीदे। अगर शुरू में ये दवाएं आ गई होती तो अनेकों संक्रमितों की जान बचाई जा सकती थी। खून पतला करने वाला इंजेक्शन लो मालीक्लूलर वेट हेप्रेीन एलएमडब्लू भी लोगों को बाजार से खरीदनी पड़ी। शहर में नहीं मिलने पर लोग दवाओं के लिए लखनऊ दिल्ली तक सफर तय किए।
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बाजार से गायब हो गई थी एजीथ्रोमाइसीन व पैरासीटामाल
कोरोना संक्रमितों की जान बचाने के लिए दूसरी लहर में आवश्यक सामान्य दवाएं भी गायब हो गई थी। जिसमें पैरासीटामाल, एजीथ्रो, डाक्सीसाइक्लीन, आइवमेंक्टीन आदि दवाओं का भी अभाव हो गया था। इस बार विभाग चौकन्ना है और इन दवाओं के अलावा स्वास्थ्य विभाग अन्य दवाओं को भी मंगा कर स्टाक कर रहा है। ----
कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने में दवाओं की कमी नहीं होने दी जाएगी। इसके लिए इंतजाम किए गए हैं। जिले में पर्याप्त मात्रा में दवाएं मौजूद हैं। जिन दवाओं की थोड़ी बहुत भी कमी है उसे मंगाया जा रहा है। तीसरी लहर को लेकर हम लोग पूरी तरह से सावधान और सतर्क हैं।
डा. आलोक पांडेय
सीएमओ