12 लाख की लागत से बना पुल का पाया ध्वस्त
देवरिया- कसया मार्ग पर पटनवा पुल से उत्तर तरफ जाने वाली सड़क पर रणछोड़ कुटी के निकट एक बड़ा नाला है। इस नाला से होकर पानी पटनवा पुल स्थित छोटी गंडक नदी में आकर गिरता है। बाढ़ खंड की तरफ से पिछले वर्ष यहां बनाए गए पुराने पुल के छत व पाया के क्षतिग्रस्त होने पर मरम्मत के लिए 17 लाख का टेंडर निकाला गया था।
देवरिया: बारिश के चलते रणछोड़ कुटी स्थित नाले का पाया ध्वस्त हो गया। बाढ़ खंड की तरफ से पाए का मरम्मत कार्य 12 लाख रुपये की लागत से कराया गया था। लोगों ने पुल के टूटने की आशंका जताई है। साथ ही मरम्मत कार्य में अनियमितता का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है।
देवरिया- कसया मार्ग पर पटनवा पुल से उत्तर तरफ जाने वाली सड़क पर रणछोड़ कुटी के निकट एक बड़ा नाला है। इस नाला से होकर पानी पटनवा पुल स्थित छोटी गंडक नदी में आकर गिरता है। बाढ़ खंड की तरफ से पिछले वर्ष यहां बनाए गए पुराने पुल के छत व पाया के क्षतिग्रस्त होने पर मरम्मत के लिए 17 लाख का टेंडर निकाला गया था। गोरखपुर के ठीकेदार ने निविदा डाली, लेकिन पिछले सत्र में काम नहीं हो सका। इस वर्ष मार्च में आनन- फानन में पुल का मरम्मत कार्य कराया गया। लोगों का कहना है कि ईंट की टुकड़ियों के सहारे ही पुल का पाया, ठोकर व छत का मरम्मत कार्य कराया गया। जिस पर 12 लाख का भुगतान हुआ है। जून में महज चार दिन की बारिश में ही कराए गए कार्य की सच्चाई सामने आ गई है। बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता एन के जड़िया ने कहा कि पुल के पाया व ठोकर की मरम्मत कराई गई थी। पानी की धार से टूटकर बिखर गया है। जिसे एक सप्ताह के भीतर ठीक करा लिया जाएगा।
पुल टूटा तो बारह से अधिक गांवों का आवागमन होगा अवरुद्ध
रणक्षोर कुट्टी स्थित पुल यदि टूटा तो क्षेत्र के पटनवा पुल ,खाड़ेछापर, बरईपुर, गोविदपुर, मदिरा पालीखास, मदिरा पाली बुलाकी, हरपुर, शामपुर, सामीपट्टी, मोहन मुंडेरा ,पिपरहिया, चिरकीहवा, परास खांड़, तवकलपुर, सहित दर्जन भर गांव का आवागमन अवरुद्ध हो जाएगा ।