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पुलिस को तलाशे नहीं मिल रहे डिजीटल वालंटियर्स

सोशल मीडिया पर अफवाह रोकने के लिए पुलिस को डिजीटल वालंटियर्स खोजे नहीं मिल रहे हैं। पांच माह का समय बीत जाने के बाद भी थानेदार ढाई सौ संभ्रांत लोगों को नहीं खोज पाए। पुलिस के साथ चलने व सहयोग के लिए आगे आने से लोग कतरा रहे हैं। वालंटियर्स की संख्या पूरी न होने पर शासन ने पूछताछ शुरू की, जिसके बाद महकमें में सरगर्मी बढ़ गई है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 11:48 PM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 11:48 PM (IST)
पुलिस को तलाशे नहीं मिल रहे डिजीटल वालंटियर्स
पुलिस को तलाशे नहीं मिल रहे डिजीटल वालंटियर्स

देवरिया : सोशल मीडिया पर अफवाह रोकने के लिए पुलिस को डिजीटल वालंटियर्स खोजे नहीं मिल रहे हैं। पांच माह का समय बीत जाने के बाद भी थानेदार ढाई सौ संभ्रांत लोगों को नहीं खोज पाए। पुलिस के साथ चलने व सहयोग के लिए आगे आने से लोग कतरा रहे हैं। वालंटियर्स की संख्या पूरी न होने पर शासन ने पूछताछ शुरू की, जिसके बाद महकमें में सरगर्मी बढ़ गई है।

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शासन ने डिजीटल वालंटियर्स के लिए पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में कमेटी बनाने का निर्देश दिया है, जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक, सीओ व थानेदार को शामिल किया जाना है। थाने स्तर पर करीब ढाई सौ लोगों को वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा जाना है, जिसमें क्षेत्र के सम्मानित लोग शामिल किए जाएंगे। पहचान पत्र के साथ बाकायदा डिजीटल वालंटियर्स का फोटो युक्त पहचान पत्र बनेगा, जो विभिन्न वाट्सएप ग्रुप, फेसबुक, ट्विटर पर अफवाहों पर ध्यान देगा। डिजीटल वालंटियर्स की रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। वालंटियर्स के रूप में नियुक्त होने वाले लोगों से उत्तर प्रदेश पुलिस की वेबसाइट पर दिए गए ¨लक पर आवेदन पत्र भरवाया जाएगा।

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डिजीटल वालंटियर्स की जिम्मेदारी

वाट्सएप ग्रुप के एडमिन एसओ और सीओ रहेंगे। सीयूजी नंबरों से सभी को जोड़ा जाएगा। क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अफवाह फैलने पर पुलिस को डिजीटल वालंटियर्स सूचित करेंगे। साथ ही सही तथ्यों से विभिन्न माध्यमों के जरिए (वाट्सएप, ट्विटर, फेसबुक और यू-ट्यूब के माध्यम से) अवगत कराते हुए अफवाहों का खंडन करेंगे। स्कूल, कॉलेज व को¨चग संस्थानों के पास निगरानी रहेगी। प्रधान, पूर्व प्रधान, शिक्षक, लेखपाल, सरकारी कर्मचारी, पत्रकार सहित संभ्रांत लोगों को ग्रुप में जोड़ा जाएगा।

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जिले में 4500 डिजीटल वालंटियर्स बनाने का लक्ष्य

पूरे जिले में करीब 4500 डिजीटल वालंटियर्स बनाने का लक्ष्य मिला है, लेकिन पांच महीने में 50 फीसद लोगों को भी पुलिस अपने साथ नहीं जोड़ पाई है। वालंटियर्स बनाने में पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है।

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डिजीटल वालंटियर्स बनाने में देरी हो रही है। ग्रुप में कोई आपराधिक छवि वाला ना जुड़े इसका ख्याल किया जा रहा है। जांच पड़ताल के बाद लोगों को ग्रुप में जोड़ा जा रहा है। जल्द ही टारगेट पूरा कर लिया जाएगा।

-एन.कोलांची, पुलिस अधीक्षक

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