Deoria News: लगातार बढ़ रहा नदियों का जलस्तर, सरयू नदी खतरे के निशान से 1.20 मीटर ऊपर, बढ़ी दहशत
सरयू नदी खतरे के निशान से 1.20 मीटर ऊपर है। जल स्तर में 20 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। सरयू नदी के बाढ़ का पानी नदी पार के गांव परसिया देवार के दसरसरसिया टोला पांडेय टोला चारों तरफ से व भरटोला पूर्व से ही घिरा है।
देवरिया, जागरण संवाददाता। सरयू और राप्ती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बरहज के परसिया देवार, विशुनपुर देवार में बाढ़ की समस्या बढ़ गई है। नदी पार के गांव विशुनपुर देवार के चार और टोले सरयू नदी के बाढ़ के पानी से गिर गए हैं। अब तक 12 टोले बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। बाढ़ का पानी बरहज घाट से नुरूल्लाहपुर को जाने वाले बंधे से टकरा रहा है।
मंगलवार को सरयू नदी खतरे के निशान 66.50 मीटर से ऊपर 67.70 मीटर पर बह रही है। सरयू नदी खतरे के निशान से 1.20 मीटर ऊपर है। जल स्तर में 20 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। सरयू नदी के बाढ़ का पानी नदी पार के गांव परसिया देवार के दसरसरसिया टोला, पांडेय टोला चारों तरफ से व भरटोला पूर्व से ही घिरा है। बाढ़ का पानी नुरूल्लाहपुर जाने वाले बंधे से टकरा रहा है।
साधु के मढ़ई से नुरूल्लाहपुर जाने वाला मार्ग पर रेन कट के कारण पानी के दबाव से टूट सकता है। विशुनपुर देवार का रामनरेश का टोला, नई हरिजन बस्ती, पश्चिम टोला मंगलवार को बाढ़ के पानी से घिर गए। किशुन टोला स्कुलहिया टोला, कन्हैया टोला, चौहान बस्ती, लोहार टोला, पुराना हरिजन बस्ती, बांके टोला, जरलहवा टोला, हरिजन बस्ती सरयू नदी के बाढ़ के पानी से पहले से ही घिरे हैं।
विशुनपुर देवार के 12 टोले के 200 घर,1000 आबादी, पांच सौ से अधिक पशु बाढ़ की चपेट में हैं। भदिला प्रथम गांव के 250 घर पानी से घिरे हुए हैं। ग्राम प्रधान ओमप्रकाश यादव, परसिया देवार के रमाशंकर यादव, चौहान टोला के कमलेश, रमाशंकर, अजय ने बताया कि नाव का संचालन नहीं होने के कारण लोगों को आवागमन में दिक्कत हो रही है।
वहीं, बरहज उपजिलाधिकारी गजेंद्र कुमार ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों के लिए 12 नाव लगाई गई है। भदिला प्रथम में छह नाव, विशुनपुर देवार, परसिया देवार में नौ नाव लगाई गई हैं। एक नाव आपात स्थिति के लिए रिजर्व रखी गई है। किसी को कोई असुविधा न हो इसके लिए पूरी नजर रखी जा रही है।
गोर्रा का जलस्तर उच्चतम स्तर के करीब
रुद्रपुर। राप्ती और गोर्रा खतरे का निशान के करीब पहुंच रही हैं। नदियों का रौद्र रूप देख लोग दहशत में हैं। गोर्रा खतरे के निशान 70.50 मीटर से मात्र 50 सेंमी दूर रह गई हैं। वहीं राप्ती 90 सेंमी दूर है। मंगलवार की शाम गेज स्थल भेड़ी के समीप राप्ती 69.60 मीटर और गोर्रा गेज प्वाइंट पिड़रा के समीप 70.00 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी।
सोमवार की शाम 69.35 मीटर और गोर्रा 69.70 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी। पिछले 24 घंटे में राप्ती के जलस्तर में 35 सेंमी और गोर्रा के जलस्तर 30 सेंमी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। दोनों नदियों का गेज स्थलों के समीप बाढ़ विभाग दारा 1998 में निर्धारित खतरे का निशान 70.50 मीटर है।
हाई फ्लड लेवल राप्ती और गोर्रा 1998 के अनुसार राप्ती 72.62 मीटर गेज प्वाइंट भेड़ी तिघरा-मराक्षी तटबंध और गोर्रा का 72.15 मीटर गेज प्वाइंट पिड़रा पिड़रा करनपुर बांध पर निर्धारित किया गया है। जलस्तर बढ़ने से नदी का दबाव पिड़रा-भुसउल, पचलड़ी, तिघरा-मराक्षी,भगवान मांझा सहित अन्य तटबंधों पर बढ़ता जा रहा है।
क्षेत्र के अखंड प्रताप सिंह, जय सिंह, मोहन सिंह, हेमन्त उपाध्याय, सूर्यनाथ सिंह, हरिश्चंद्र सिंह, अनूप गुप्ता आदि ने कहा कि अब दोआबा पर लगातार खतरा बढ़ता जा रहा है। एसडीएम ध्रुव शुक्ला ने कहा कि बाढ़ बचाव के सभी निरोधात्मक उपाय किए जा रहे हैं। लोगों को अभी घबराने की आवश्यकता है।