Deoria News: बीटेक की पढ़ाई करने सुल्तानपुर गया था छात्र, सड़क हादसे में चली गई जान; परिवार में मचा कोहराम
कमला नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में पढ़ाई करने के लिए देवरिया शहर के रहने वाले भाई बहन हो साल पहले गए थे। छात्र की मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। परीक्षा खत्म होने के बाद दोनों घर आने वाले थे।
देवरिया, जागरण संवाददाता। देवरिया शहर के कतरारी मोहल्ला स्थित शिक्षिका मीना शुक्ला के 20 वर्षीय पुत्र शुभ दर्शन शुक्ला ऊर्फ शुभ की सुल्तानपुर में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। इसकी खबर मिलते ही स्वजन की चीख से हर कोई भावुक हो गया। बताया जा रहा है कि कमला नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में इलेक्ट्रिकल ब्रांच में द्वितीय वर्ष के छात्र थे। शनिवार की रात करीब 9:00 बजे हॉस्टल से अपने साथियों के साथ एक ढाबे पर खाना खाने के लिए जा रहे थे इसी दौरान तेज गति से आ रहे ट्रक से टक्कर हो गई जिसमें शुभ के साथ ही 4 छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए वहीं शुभ दर्शन की मौके पर मौत हो गई।
सुल्तानपुर के लिए रवाना हुआ परिवार
दुर्घटना की सूचना पुलिस कर्मियों के द्वारा स्वजन को मिली उसके बाद सभी लोग सुल्तानपुर के लिए रवाना हो गए। सुल्तानपुर में पुलिस की विधिक कार्रवाई के बाद शुभ दर्शन शुक्ला के शव को पुलिस ने स्वयं को सौंप दिया। कतरारी मोहल्ले में इसकी सूचना जैसे ही मिली कि लोगों की भीड़ जुट गई। मां मीना शुक्ला का रो रो कर हाल बुरा है। वर्ष 2007 में शुभ दर्शन ऊर्फ शुभ शुक्ला के पिता अश्वनी शुक्ला की मृत्यु हो गई। शुभ एक भाई बहन थे। परिवार में बड़े पिताजी दिनेश्वर शुक्ला चीफ इंजीनियर से रिटायर्ड, गुलाब शुक्ला भिलाई इस्पात कारखाने से महाप्रबंधक के पद से एवं लालन शुक्ला रेलवे में इंजीनियर के पद से रिटायर हुए हैं। परिवार संयुक्त रूप से रहता है। इस घटना से सभी लोगों अवाक हैं।
2 दिन बाद खत्म होनी थी वार्षिक परीक्षा
कमला नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में इलेक्ट्रिकल ब्रांच में द्वितीय वर्ष के छात्र शुभ शुक्ला की परीक्षा दो दिन बाद खत्म होनी थी उसके बाद अपनी बहन के साथ वह देवरिया स्थित कतरारी घर में आने वाला था लेकिन विधि की विधान को कोई टाल नहीं सकता है।
दो साल पहले भाई-बहन का हुआ था दाखिला
दो वर्ष पहले शुभ दर्शन एवं उनकी बहन शुभांगी शुक्ला का दाखिला कमला नेहरू इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी में दाखिला हुआ था। बहन का कंप्यूटर साइंस में एवं भाई का इलेक्ट्रिकल में दाखिला हुआ था।
शुभांगी कॉलेज में गर्ल्स हॉस्टल में रहती हैं। शुभ दर्शन पढ़ने में काफी मेधावी था।
एक झटके में बुझ गया चिराग
शुभ दर्शन ऊर्फ शुभ शुक्ला अपने माता-पिता का एकलौता पुत्र था। दुर्घटना कि एक झटके ने घर के चिराग को हमेशा के लिए बुझा दिया।