दुकानें आवंटित करने की मांग को लेकर दिया धरना
देवरिया: शहर के कोआपरेटिव बैंक के समीप दुकानदारों का धरना शुक्रवार को पांचवें दिन
देवरिया: शहर के कोआपरेटिव बैंक के समीप दुकानदारों का धरना शुक्रवार को पांचवें दिन भी जारी रहा। दुकानदारों ने नगर पालिका द्वारा निर्मित दुकानों को ध्वस्त किए जाने के बाद अभी तक दुकानें आवंटित न करने पर रोष प्रकट किया। दुकानदारों ने कहा कि दुकानें ध्वस्त हो जाने से वे सड़क पर आ गए हैं। उनके सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है।
बता दें कि शहर के भीतर सुभाष चौक से लेकर कोआपरेटिव चौराहे के समीप तक 21 दुकानों को जिला प्रशासन ने ध्वस्त करा दिया। यह दुकानें फोरलेन की जद में आ रही थीं। इन दुकानों को नगर पालिका ने आवंटित किया था। दुकानें ध्वस्त होने के बाद दुकानदारों के सामने दयनीय स्थिति पैदा हो गई है। उनका व्यवसाय ठप हो गया है। दुकानदारों ने इसको लेकर कोआपरेटिव चौराहे पर धरना शुरू किया है। उनकी मांग है कि जिला प्रशासन प्रभावित दुकानदारों को नई दुकानें बनवाकर आवंटित करे, ताकि वे अपना व्यवसाय फिर शुरू कर सकें। वहीं जिला फुटपाथ एवं पटरी व्यवसायी के संरक्षक मंटू बाबू जायसवाल व रेडिमेड होजरी के अध्यक्ष धनोज जायसवाल ने दुकानदारों के धरना का समर्थन किया। दोनों व्यापारी नेताओं ने कहा कि गरीब, दीन-दुखियों की यह सरकार है। सबका साथ, सबका विकास सरकार का नारा है। मगर नगर पालिका द्वारा कोआपरेटिव बैंक के समीप निर्मित 21 दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया। जिससे दुकानदारों व उनके परिवार के सामने भरण-पोषण करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग किया कि दुकानदारों के हित को ध्यान में रखते हुए उन्हें दुकानें आवंटित की जाए। जिससे वे अपना व्यवसाय फिर शुरू कर सकें और सरकार की छवि पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े। इस मौके पर शमशाद अहमद, रामप्रताप शुक्ल, नरायन शुक्ल, मो. सैफ शेख, जवाहर लाल, पारसनाथ, सीताराम प्रसाद, किशन पासवान, विजय बहादुर मल्ल, अंकुर कुमार गुप्ता, संतोष कुमार आदि मौजूद रहे।